दुनिया के समुद्र में जिस तरह से एसिड का स्तर बढ़ रहा है, उससे समुद्री जीवों के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. वैज्ञानिकों का मानना है कि यही हाल रहा तो 2100 तक कई सारे समुद्री जीव समाप्त हो जायेंगे.
इसे चिंता को लेकर दुनिया के 500 से ज्यादा जानेमाने विशेषज्ञ साल 2012 में कैलिफोर्निया में जुटे थे. शोधकर्ता इस नतीजे पर पहुंचे हैं कि वर्ष 2100 तक एसिड का स्तर 170 फीसदी तक बढ़ सकता है. मुख्य रूप से कार्बन डाइ-ऑक्साइड के उत्सर्जन को जिम्मेवार ठहराया जा रहा है. वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट में कहा गया है कि एसिड का स्तर बढ़ाने में इनसानी गतिविधियों का हाथ है, जो हर दिन दो करोड़ 40 लाख टन कार्बन डाइ-ऑक्साइड समुद्र में घोल रहे हैं.
समुद्र की गहराई में किये गये अध्ययन से पता चलता है कि जहां पानी में एसिड का स्तर कार्बन डाइऑक्साइड की वजह से ज्यादा है, वहीं बढ़ता एसिड उन समुद्री जीवों के लिए खतरा है जिनका कवच कैल्शियम काबरेनेट से बनता है. एसिड का सबसे ज्यादा असर आर्कटिक और अंटार्कटिक में देखा जा रहा है.