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कम हुआ है बौद्धिक स्तर

होता तो यही है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते जाते हैं या जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, हमारी बुद्धि भी बढ़ती जाती है. इस ऐतबार से हमें अपने पूर्वजों से ज्यादा तेज होना चाहिए. लेकिन उमिया यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटर्डम और यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क की एक संयुक्त रिसर्च टीम ने दावा किया है कि […]

होता तो यही है कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते जाते हैं या जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, हमारी बुद्धि भी बढ़ती जाती है. इस ऐतबार से हमें अपने पूर्वजों से ज्यादा तेज होना चाहिए. लेकिन उमिया यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटर्डम और यूनिवर्सिटी कॉलेज कॉर्क की एक संयुक्त रिसर्च टीम ने दावा किया है कि आज के मुकाबले विक्टोरियन समय के मानवों का दिमाग हमसे ज्यादा तेज था.

उस समय के मानव वर्तमान मानवों से ज्यादा रचनात्मक थे और उनका बौद्धिक स्तर बहुत ही उम्दा था. ‘डेली मेल’ की खबर के मुताबिक वैज्ञानिकों का मानना है कि विक्टोरियन समय के मानवों का बौद्धिक स्तर यानी आइक्यू प्वाइंट 14 था. तबसे इसमें प्रति दशक 1.23 आइक्यू प्वाइंट की गिरावट होती रही. इससे बौद्धिक स्तर और कम होता गया है.

गौरतलब है कि विक्टोरियन समय बहुत से महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोजों के लिए जाना जाता है. शोध कर रहे वैज्ञानिकों के मुताबिक 1889 में एक इनसान का औसत रिएक्शन टाइम 183 मिलीसेकेंड था, जो 2004 में 253 मिलीसेकेंड पर पहुंच गया था. इसी दौरान महिलाओं में यह रिएक्शन टाइम 188 से बढ़ कर 261 मिलीसेकेंड पर पहुंच गया था. वैज्ञानिकों ने यह भी बताया है कि यह आंकड़ा वैज्ञानिक पद्धतियों के और उन्नत होने और विज्ञान की तरक्की को लेकर नहीं है, बल्कि इनसान की सामान्य बौद्धिकता को लेकर है.

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