राज्य गठन के 13 सालों में झारखंड की जमीनी हालात और भ्रष्टाचार पर एक नजर
रांची: झारखंड के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को कई घोषणाएं की. मोरहाबादी स्थित बिरसा स्टेडियम में आयोजित मुख्य समारोह में उन्होंने 65 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वृद्धों को पेंशन देने की घोषणा की. उन्होंने कहा : पहली बार बतौर सीएम स्थापना दिवस में शामिल होने का मौका मिला है. सरकार ने राज्य की अब तक रुकी हुई विकास की गाड़ी को गति देने का निर्णय लिया है. अब तक विकास क्यों नहीं हुआ है, इस पर सोचने में समय गंवाने से बेहतर है कि कुछ काम किया जाये.
शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया आरंभ : मुख्यमंत्री ने कहा : टेट पास उम्मीदवारों को नियुक्त करने की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है. अन्य विभागों की रिक्तियों को भी भरने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने मदरसों के लिए जल्द ही अनुदान देने की बात कही. कहा : भूमिहीनों के बीच इस माह के अंत तक पांच हजार पट्टा वितरित किया जायेगा.
दीपिका को जमीन
मुख्यमंत्री ने तीरंदाज दीपिका कुमारी को रांची में नि:शुल्क आवासीय भूखंड देने की घोषणा की. 19 नवंबर को हजारीबाग में ओपेन जेल के उदघाटन की भी घोषणा की. इ-गवर्नेस के तहत जल्द ही अन्य योजनाओं को शामिल करने की बात कही.
यह दिन अवलोकन करने का है कि उम्मीद के मुताबिक तरक्की कर पायें हैं या नहीं. कमियों को दूर कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की जरूरत है. बेहतर काम करने के लिए अवाम का विश्वास और सहयोग हासिल करना होगा. लोगों और राज्य की उन्नति में ही शासन की उन्नति निहित होती है.
डॉ सैयद अहमद, राज्यपाल
नाराज राजेंद्र और अन्नपूर्णा नहीं आये
स्थापना दिवस समारोह में वित्त, वाणिज्यकर, ऊर्जा व स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह और जल संसाधन, समाज कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी शामिल नहीं आये. सूत्रों ने बताया कि ये दोनों मंत्री मंत्रिमंडल समन्वय विभाग की ओर से तैयार किये गये प्रोटोकॉल की वजह से नाराज थे.
क्या-क्या हुआ
द छोटानागपुर प्रमंडल में 43.47 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और उदघाटन
350 करोड़ से अधिक की परिसंपत्तियों का वितरण
20 पुलिसकर्मियों को पदक. मुखिया व आंगनबाड़ी सेविकाओं को भी सम्मान
शहीद अलबर्ट एक्का के पुत्र को नौकरी
अलबर्ट एक्का की पत्नी बलमदीना एक्का का सम्मान
बीपीएल रिक्शा चालकों के बीच 90 प्रतिशत अनुदान पर रिक्शा देने की शुरुआत
भूमिहीनों के बीच भूमि पट्टा देने की योजना भी आरंभ
24 कनीय अभियंताओं को नियुक्ति पत्र
259 प्रखंडों में बीडीओ ने जनता दरबार लगाया
सरकार पारदर्शिता, परिश्रम और जवाबदेही के संकल्प के साथ काम करे. साझा कार्यक्रम में जो वादे किये गये हैं, वह पूरा होगा और सरकार इसके लिए काम करेगी.
जयराम रमेश, केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री
विकास की लड़ाई लड़नी होगी : प्रदीप यादव
रांची: झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर झाविमो युवा मोरचा द्वारा संकल्प दिवस की शुरुआत की गयी. 25 नवंबर तक मोरचा राज्य भर में संकल्प हस्ताक्षर अभियान चलायेगा. पार्टी विधायक दल के नेता प्रदीप यादव ने राजधानी में अभियान की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि हम राज्य गठन के 14 वें वर्ष में प्रवेश कर गये. लोगों ने विकास का जो सपना देखा, पूरा नहीं हुआ. छात्र और युवा ठगे गये.
श्री यादव ने कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति 10 हजार रुपये का कर्ज है. राज्य की आर्थिक स्थिति बदहाल है. सरकार में शामिल रही पार्टियां पैसा खर्च नहीं कर पायीं. विकास के पैसे लूटे गये, लेकिन आज वही लोग विशेष राज्य की मांग कर रहे हैं. ऐसी पार्टियों के भ्रम में जनता पड़नेवाली नहीं है.
युवा मोरचा के केंद्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार ने कहा कि 30 नवंबर को विशेष राज्य की मांग लेकर हजारों कार्यकर्ता राजभवन कूच करेंगे. केंद्रीय महासचिव राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि झारखंडियों की उपेक्षा अब बरदाश्त नहीं की जायेगी. कार्यक्रम में उत्तम यादव, इबरार अहमद, जीवेश सिंह सोलंकी, उज्ज्वल शाहदेव, अमित सिंह, सचिन खन्ना, प्रिय रंजन, मिठू झा, कौशल किशोर, संतोष यादव, बजरंग गुप्ता, अभिलेख सिंह, अजय दुबे, रौशन गाड़ी, संजय राय, सुनील सिंह, कन्हैया महतो, बैजू यादव, राकेश सिंह, विकेंद्र साहा, सुरेश पासवान ने हिस्सा लिया.
उलिहातू में हर घर पक्का होगा : सीएम ने कहा कि बेवजह कुछ लोग झारखंड को बदनाम करने के लिए यहां भय पैदा कर रहे हैं, ताकि आदिवासी व जंगल में रहनेवाले लोग इस आड़ में जेलों में पहुंचाये जा सके और झारखंड के गांवों की कीमती खनिज वे लूट सके. उलिहातू एक ऐतिहासिक स्थल है. आगामी छह माह में झारखंड में कई ड्रीम प्रोजेक्ट लागू होंगे. उलिहातू का कायाकल्प होगा. यहां का क्षेत्र एक आदर्श गांव के रूप में पहचाना जायेगा. उलिहातू में कोई भी घर मिट्टी का नहीं होगा. सभी पक्का घर सरकार बनवायेगी. गांव सोलर लाइट से जगमगायेगा.
बेहतर खिलाड़ी को सीधे नौकरी देंगे
सीएम ने कहा कि जो भी खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्र्दशन करेंगे, उन्हें सरकार सीधी नौकरी देगी. उलिहातू में स्टेडियम सहित खूंटी के एस्ट्रोटर्फ का जीणोंद्वार होगा. रनिया एवं अड़की की 14 पंचायतों को आदर्श पंचायत के रूप में विकसित किया जायेगा. तोरपा राज्य का पहला प्रखंड होगा, जो जिला प्रशासन की सक्रियता के कारण खुले शौच से मुक्त होगा. सीएम ने कहा कि प्रदेश के 65 वर्ष तक के सभी समुदाय के लोगों को वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलेगा. वद्धावस्था पेंशन की राशि बढ़ायी जायेगी.
राज्य में हड़िया मुक्ति मोरचा की जरूरत : जयराम रमेश
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि राज्य में हड़िया से मुक्ति के लिए हड़िया मुक्ति मोरचा की जरूरत है. बिरसा मुंडा ने भी नशा के खिलाफ बिगुल फूंका था. जल्द ही उलिहातू में विशेष परियोजना क्रियान्वित होंगी. मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि आजादी के बाद भी अब तक उलिहातू में समुचित विकास नहीं हुआ है.
शिक्षा व टैलेंट से समुचित विकास : शिबू सोरेन
शिबू सोरेन ने कहा कि आदिवासी के नाम पर लोग कब तक नौकरी व सरकारी लाभ मांगते रहेंगे. शिक्षित और टेलेंट से समुचित विकास संभव है. इसके पूर्व डीसी मुकेश कुमार ने कहा कि आधार कार्ड के मामले में देश में खूंटी जिला पहले स्थान पर है. यह सब जनता की जागरूकता से ही संभव हो सका.
राजेंद्र, अन्नपूर्णा नाराज, मुख्य समारोह से दूर रहे
अलग झारखंड राज्य के गठन के 13वीं वर्षगांठ और 14वें स्थापना दिवस समारोह में राज्य के दो मंत्री शामिल नहीं हुए. मोरहाबादी मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राज्य के वित्त वाणिज्य कर, ऊर्जा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह और जल संसाधन तथा समाज कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने शिरकत नहीं की. सूत्रों का कहना है कि ये दोनों मंत्री मंत्रिमंडल समन्वय विभाग की ओर से तैयार किये गये प्रोटोकॉल की वजह से नाराज थे. अपनी नाराजगी की वजह से इन दोनों ने स्थापना दिवस समारोह में भाग भी नहीं लिया. ये मंत्री गंठबंधन धर्म का पालन नहीं करने व सहयोगी दलों को अधिक तवज्जो नहीं देने से भी नाराज थे.
मंत्रियों की नाराजगी का कारण : स्थापना दिवस समारोह को लेकर मंत्रिमंडल समन्वय विभाग की ओर से तैयार किये गये कार्यक्रम के प्रोटोकॉल में राज्यपाल डॉ सैयद अहमद, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश, विधानसभा अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता, झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और सांसद सुबोधकांत सहाय के ही नाम तय किये गये. राज्य मंत्रिमंडल के किसी भी मंत्री का नाम प्रोटोकॉल में शामिल नहीं किया गया. राजेंद्र सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र चले गये. वहीं अन्नपूर्णा देवी मुख्यमंत्री के साथ उलिहातू चली गयीं.
वहां से लौटने के बाद उन्होंने स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा नहीं लिया. बेहतर कार्य करनेवाले सम्मानित साकेत सिंह को पुलिस पदक स्थापना दिवस पर साहसिक और बढ़िया काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया गया. रांची के एसएसपी साकेत कुमार सिंह पुलिस पदक प्राप्त करनेवाले इकलौते आइपीएस अधिकारी रहे. उन्हें गुमला, चाईबासा, सिमडेगा और रांची में नक्सलियों और अपराधियों के खिलाफ सराहनीय काम करने के लिए राज्यपाल द्वारा पुलिस पदक से सम्मानित किया गया. सम्मानित होनेवाले अन्य पुलिसकर्मियों में बलेंद्र कुमार सिंह, शैलेंद्र सिंह, अश्विनी सिन्हा, विनोद गुप्ता, एमेल्डा एक्का, विवेकानंद ठाकुर, मनोहर कुजूर, सैहुन खलखो, परमेश्वर प्रसाद, जयप्रकाश राणा, इम्तियाज अहसन, गगन सिंह, लाल बहादुर आले, छत्रजीत लिंबू, हारुण जोजो, अनिल कुमार सिंह, रमेश ठाकुर, राजकुमार सिंह व नीरज कांत रहे.
बेहतर प्रशासन के लिए संवेदनशील बनें
स्थापना दिवस समारोह में झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता ने कहा : बेहतर प्रशासन के लिए सरकार को संवेदनशील होना होगा. विकास के लिए सरकार को गांव का रुख करना होगा. राज्य की 80 फीसदी आबादी गांवों में रहती है. झारखंड में सबसे ज्यादा किसान हैं. किसानों का ध्यान रखना जरूरी है. राज्य में सिंचाई की सुविधा बेहतर बनाने की आवश्यकता है. इसके लिए वर्षा के पानी का उपयोग जरूरी है. ग्रामीण क्षेत्रों के तालाबों के रख-रखाव पर ध्यान देने की आवश्यकता है. श्री भोक्ता ने कहा : राज्य सरकार के लिए सबको रोजगार देना संभव नहीं है. रोजगार बढ़ाने के लिए तेलहन-दलहन की खेती को प्रोत्साहित करना चाहिए. बुनकरों को बाजार सुलभ कराना चाहिए. मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए श्री भोक्ता ने कहा : सेरोगेट मदर से ज्यादा संवेदनशील अपनी मां होती है. राज्य गठन के 13 सालों बाद भी किराये के भवन में विधानसभा का चलना शर्मनाक है. इसी वित्तीय वर्ष में विधानसभा के लिए भवन का प्रावधान किया जाना चाहिए.
विकास की शुरुआत घर से करें : शिबू
पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन ने कहा कि झारखंड अन्य राज्यों की तरह आगे नहीं बढ़ सका है. कहीं न कहीं गलती हो रही है या सरकार जानबूझ कर विकास नहीं कर रही है, यह सोचने की जरूरत है. विकास के रास्ते पर चलने का दिन बना लें. इसकी शुरुआत अपने घर से करें.
गिनाने के लिए उपलब्धियां नहीं
सांसद सुबोधकांत सहाय ने कहा : झारखंड गठन के बाद 13 साल की यात्रा में सरकार के पास गिनाने के लिए उपलब्धियां नहीं हैं. यह नयी शुरुआत का समय है. हेमंत सोरेन की अगुवाईवाली साझा सरकार में कुछ करने का माद्दा है. इच्छा है. प्रखंडों में जाकर जनता दरबार लगाने का सोच बढ़िया है. प्रखंडों और पंचायतों को सशक्त बनाने से ही राज्य का विकास हो सकता है. पंचायतों को अधिकार मिले, तो बजट राशि खर्च की जा सकेगी. श्री सहाय ने कहा : सरकार के सामने चुनौतियां बहुत हैं. हेमंत सरकार ने चुनौतियों को स्वीकारा है और चुनौतियों से जूझनेवालों को ही जीत नसीब होती है.