चतरा: अपना गांव, अपना शहर और अपना परिवार छोड़ कर राजस्थान की रिजवाना आज सिमरिया प्रखंड की महिलाओं को पंचायती राज व्यवस्था में भागीदारी के लिए जागरूक कर रही है़ एक वर्ष में 750 समूह बना कर पांच हजार से अधिक महिलाओं को समूह से जोड़ा है़.कई समूहों को ऋण उपलब्ध कराया. बड़ी संख्या में महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा है. साथ ही ग्रामसभा में महिलाओं की भागीदारी के प्रति प्रेरित कर रही है.
श्री विधि से खेती सिखाया
रिजवाना खान किसानों को श्री विधि पद्धति से खेती करने के लिए जागरूक कर रही है. गांवों में जाकर ग्रामीणों को श्री विधि से होनेवाले लाभ की जानकारी दे रही हैं. डाडी, एदला, पुंडरा, बगरा, सिमरिया, सबानो आदि गांव के कई किसानों ने रिजवाना के कहने पर श्री विधि से खेती की और मुनाफा कमाया.
अभियान चलाया
रिजवाना ने बताया कि भोपाल के अनुपुर जिला में उसने आदिवासी महिलाओं को जागरूक करने के लिए आठ वर्षो तक अभियान चलाया. कई को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया़ वहां की महिलाओं को सिलाई, कढ़ाई का कार्य सीखा कर स्वालंबी बनाया. रिजवाना ने बताया कि शुरूआती दौर में महिलाएं दूर भागती थीं.तब उसने उनके घर में जाकर उन्हीं के परिवेश में घुल-मिल कर कार्य किया.
रिजवाना ने बताया कि उसने एमबीए की पढ़ाई की है. महिलाओं का ग्राम संगठन बनाने के कार्य में जुटी है. वह यह सब कार्य पैसे के लिए नहीं, दुआ के लिए कर रही हूं. छह हजार महिलाओं को समूह से जोड़ने का लक्ष्य है.