आसनसोल: बरबड्डा (धनबाद) से पानागढ़ तक नेशनल हाइवे दो के सिक्स लेन निर्माण का दायित्व नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने आईएल ऐंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन कंपनी को सौंप दिया है. इसके लिए औपचारिक अनुबंध हो चुका है. पूरी योजना में 1,665 करोड़ रुपये खर्च होने हैं.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नेशनल हाइवे- दो पर वाहनों के दबाब को देखते हुये केंद्रीय सरकार ने इसमें फोर लेन के बाद सिक्स लेन बनाने का निर्णय लिया था. इसके लिए डीपीआर बनाया गया और इसे मंजूरी दी गयी. परियोजना पर कुल लागत 1,665 करोड़ रुपये आने की संभावना है. इसके लिए दो स्तरों पर कार्य चल रहा था. एनएचएआई प्रशासन ने संबंधित राज्य झारखंड व पश्चिम बंगाल के भूमि अधिग्रहण विभाग से आवश्यक जमीन के अधिग्रहण के लिए प्रक्रिया शुरू करने का आग्रह किया. झारखंड के धनबाद जिला तथा पश्चिम बंगाल के बर्दवान जिला प्रशासन के भूमि अधिग्रहण विभाग ने इसके लिए अधिसूचना जारी कर दी है.
इसके लिए जन सुनवायी की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है. लेकिन भूमि मालिकों का विरोध सामने आ रहा है. भूमि मालिक अपनी जमीन की कीमत बाजार भाव से मांग रहे हैं. कई स्थानों पर ओवर ब्रीज बनाने की मांग की जा रही है. वहां के निवासियों का तर्क है कि सड़क के विस्तारीकरण के कारण उनके सामने उजड़ने की स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. उनके रोजगार पर भी ग्रहण लग सकता है. इस कारण अभी तक दोनों जिलों में से एक में भी जमीन विभाग को नहीं मिल पायी है.
जमीन अधिग्रहण का मामला अभी भी लंबित है.
दूसरी ओर इसके निर्माण का दायित्व आईएल ऐंड एफएस ट्रांसपोर्टेशन को सौंपा गया है. निर्माण कार्य 910 दिनों में पूरा करना होगा. इसका निर्माण नेशनल हाइवे डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के फेज फाइव के तहत डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेट तथा ट्रांसफर आधार पर किया जायेगा. इस सड़क पर दो टॉल प्लाजा बनाये जायेंगे तथा आगामी बीस वर्षो तक निर्माणकत्र्ता कंपनी इससे राजस्व का वसूली कर इसका रखरखाव करेगी.
सूत्रों के अनुसार बरवाअड्डा और पानागढ़ के बीच मैथन और राजबांध के निकट टॉल प्लाजा का निर्माण किया जायेगा. इस कार्य में पानागढ़ में आठ किलोमीटर लंबी बाई पास सड़क बनाना भी शामिल है. सनद रहे कि फोर लेन निर्माण के समय भी पानागढ़ के व्यवसायियों व निवासियों ने इसके बीच बाजार से निर्माण का विरोध किया था. इस कारण तीन किलोमीटर तक फोर लेनिंग का कार्य नहीं हो पाया था. उनके विरोध को देखते हुये ही एनएचआईए ने पानागढ़ में आठ किलोमीटर बाईपास बनाने का निर्णय लिया है. सूत्रों का मानना है कि राज्य सरकारों की पहल पर जमीन अधिग्रहण का कार्य शीघ्र पूरा हो सकता है.