बड़े भैया को प्रणाम,
आशा है कि आप कुशल मंगल होंगे. यहां भी सब ठीक है. घर की देखभाल की जिम्मेवारी मुझ पर आ पड़ी है. यहां के हालात कुछ अच्छे नहीं हैं. चार दिन पहले सभी मच्छर और मक्खियों की एक मीटिंग बैठी थी. उस में इसी मसले पर बात करनी थी कि गणतंत्र दिवस के चक्कर में फिर से सफाई करवा रही है. मीटिंग चल ही रही थी कि एक आदमी आया और उसने चलती मीटिंग में ही छिड़काव करना शुरू कर दिया, जिसकी चपेट में बहुत से मक्खी और मच्छर आ गये.
मां और पिताजी को बुखार हो गया है और छोटे भैया भी बेरोजगार हो गये हैं. कोकरोच लाला ने भैया को काम से निकाल दिया है. कहते हैं कि सरकार ने मच्छर नाशक दवा छिड़क दी है. इसके कारण काम कुछ कम हो गया है. कल हमारे घर में भी दवा की कुछ बूंदे आ गिरी थीं, जिसके कारण मां और पिताजी और ज्यादा बीमार हो गये हैं.
अरे भैया, पिचले कूड़ेदान वाले अंकल आज सुबह ही मिले थे. वो बता रहे थे कि वहां तो कोई भी नहीं बचा है और जो बच गये हैं, वे अपना घर छोड़ कर दूसरी जगह जा रहे हैं. आपके भेजे हुए खून के दोनों पैकेट मिल गये थे. एक मां ने और एक पिताजी ने ले लिया है, लेकिन तबीयत पर कुछ असर नहीं पड़ रहा है. भैया खून की बहुत जरूरत है. जल्दी से कुछ और पैकेट भिजवा देना. आगेवाली सड़क पर रहनेवाला आपका दोस्त बता रहा था कि आपके यहां पर कुछ नयी नालियां बन रही हैं. क्या आपको मालूम है कि इन नालियों को गंदा रखने का ठेका किसको मिलेगा? यदि आपके शहर के बाहरी इलाके में कोई जगह खाली हो और आप कहें, तो छोटे भैया को आपके पास भेज दूं. कल कुछ बड़े मच्छर आये थे.
आते के साथ ही उन्होंने घर खाली करने को बोला है, नहीं किया तो चार पैकेट खून मांगा है. सिर्फ 10 दिन की मोहलत दी है. आगे की खबर यह है कि अपने कूड़ेदान के सूखी मच्छर की लड़की नैना मच्छाराइन की शादी हो गयी है. अब वह गंगा पार गांव में चली गयी है. सुना है कि गंगा भी गंदगी से पटी पड़ी है. यदि ऐसा है तो भैया आप भी जा कर देखना और हो सके तो अपने लिए जगह बना कर हमें भी वहीं बुला लेना. यहां का कोई भरोसा नहीं कि कब क्या हो जाये. जल्दी से खत लिखना. ख़ुशी की बात यह है कि भाभी, मां बननेवाली है और भाभी कह रही है कि आप जल्दी से आ जाओ.
आपकी छोटी बहन खूनी मक्खी
(स्नेत : छोटी-सी दुनिया ब्लॉग)