रांची:आज ब्रेस्ट कैंसर से कई महिलाएं-युवतियां जूझ रही हैं. यह किसी भी आयु वर्ग की महिलाओं में हो सकता है. इसके लिए इसके बचाव और लक्षण की जानकारी आवश्यक है. साथ ही कई सावधानियां बरतने की भी जरूरत है. ब्रेस्ट कैंसर का पता यदि शुरुआती दिनों में ही चल जाये, तो इस बीमारी से निजात पाया जा सकता है. इसे बता रही हैं रांची की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रेखा देबुका. डॉ रेखा देबुका के अनुसार, ब्रेस्ट कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है. ज्यादातर 32 से 50 आयु वर्ग की महिलाओं में ज्यादा हो रहा है. इसलिए हर युवती एवं महिला को महीने में एक बार ब्रेस्ट की जांच करानी चाहिए . यदि किसी भी तरह की गांठ या गिल्टी महसूस करें, तो फौरन डॉक्टर से परामर्श लें.
ब्रेस्ट कैंसर होने के आसार
जो महिलाएं अपने बच्चे को दूध कम पिलाती हैं, उन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने के आसार ज्यादा होते हैं.
यह जेनेटिक बीमारी है. यदि महिला के मां के घर के किसी भी सदस्य को ब्रेस्ट कैंसर है, तो वैसी स्थिति में ऐसी महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसी महिलाओं को लगातार डॉक्टर से जांच कराते रहना चाहिए.
जो महिलाएं हॉर्मोन का सेवन करती हैं और काफी दिनों तक पिल्स खाया हो, उन्हें सावधान रहने की जरूरत है.
सावधानी बरतें
ब्रेस्ट में गांठ की अनदेखी ना करें. कोई भी गिल्टी आगे चल कर बड़ा रूप ले सकती है.
यदि निपल से किसी भी तरह के डिस्चार्ज या खून आये, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.