लंदन: वैज्ञानिकों ने 300 वर्ष पुरानी इस पहली को सुलझाने का दावा किया है कि पृथ्वी का मध्य भाग जिसे कोर भी कहा जाता है किस दिशा में घूमता है.यूनीवर्सिटी आफ लीड्स के वैज्ञानिकों को पता चला है कि पृथ्वी का अंदरुनी कोर ठोस लोहे का बना हुआ है और यह पूर्वी दिशा में घूमता […]
लंदन: वैज्ञानिकों ने 300 वर्ष पुरानी इस पहली को सुलझाने का दावा किया है कि पृथ्वी का मध्य भाग जिसे कोर भी कहा जाता है किस दिशा में घूमता है.यूनीवर्सिटी आफ लीड्स के वैज्ञानिकों को पता चला है कि पृथ्वी का अंदरुनी कोर ठोस लोहे का बना हुआ है और यह पूर्वी दिशा में घूमता है जिसका मतलब यह हुआ कि यह बाकी के ग्रह से अधिक तेजी से घूमता है.
इसके साथ ही पृथ्वी का बाहरी कोर जो कि मुख्य तौर पर पिघले हुए लोहे से बना है ,वह अपेक्षाकृत कम गति से पश्चिम दिशा में घूमता है.यद्यपि एडमंड हैली ने वर्ष 1692 में यह दिखाया था भूचुंबकीय क्षेत्र पश्चिम दिशा में घूमता है लेकिन ऐसा पहली बार है जब वैज्ञानिक अंदरुनी कोर के घूमने के व्यवहार को बाहरी कोर से जोड़ने में सफल हुए हैं. यह अध्ययन नेशनल अकादमी आफ साइंसेस में छपा है.