मोनिषा प्रांशु
भागलपुर :आज की दुनिया में लड़कियों की सुरक्षा किसी के जिम्मे नहीं छोड़ी जा सकती. उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए कराटे जरूर सीखना चाहिए. यह कहना है, बड़ी खंजरपुर की रहनेवाली पूजा की, जिसने न सिर्फ कराटे सीखा, बल्कि इसको अपनी ढाल भी बनाया.
कराटे में ब्लैक बेल्ट पूजा आज कम से कम पांच सौ लड़कियों को प्रशिक्षित कर चुकी है. पूजा ने गोजूरियो कराटे का प्रशिक्षण लिया और फिर ठाना कि वह कॉलेज व स्कूल की लड़कियों को भी प्रशिक्षित करेगी, ताकि वो अपनी सुरक्षा खुद कर सके और कोई भी असमाजिक तत्व उन्हें बुरी नजर से न देख पाये.
ट्रेनिंग से हों आत्मनिर्भर
पूजा ने कराटे के साथ-साथ लाठी, तलवार, नान-चाकू व जिमAास्ट का भी प्रशिक्षण लिया है. वह कहती हैं कि अगर लड़कियां इन सब चीजों का प्रशिक्षण ले लेती हैं, तो उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए किसी के ऊपर निर्भर नहीं होना पड़ेगा. मैंने करीबन छह महीने की ट्रेनिंग ली और उतने ही दिनों में खुद पर विश्वास और आत्मबल जाग गया.
जीत चुकी हैं कई पुरस्कार
पूजा को जिला चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल भी मिल चुका है. यह पुरस्कार उन्हें सीरियल ‘सपने सुहाने लड़कपन के’ में मुख्य किरदार निभा रही रचना (महिमा) के द्वारा मिला. स्पोर्ट्स कराटे एसोसिएशन द्वारा सिल्वर मैडल मिला. पूजा का चयन नैशनल स्तर के जूडो कराटे प्रतियोगिता के लिए भी हो चुका है, जो नवंबर में होना है.
लड़कियों को प्रशिक्षित करने का है सपना
पूजा का कहना है कि अब वो दिन दूर नहीं, जब लड़कियां किसी भी मामले में लड़कों से कम नहीं होंगी. अगर सभी लड़कियां अपनी सुरक्षा के लिए जूडो-कराटे सीखे, तो वह खुद को असुरक्षित महसूस नहीं करेंगी. खासकर कामकाजी लड़कियों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये.
महिलाओं को दिलाऊंगी सम्मान
पूजा कराटे के साथ समाज सेवा करना चाहती है. उनका कहना है, समाज में आज भी महिलाओं को वो सम्मान और अधिकार नहीं मिलता है, उन्हें आज भी कमजोर माना जाता है. वैसी महिलाएं जो तिरस्कृत हैं और समाज जिन्हें उचित सम्मान नहीं देता है उनके लिए मैं कुछ करना चाहती हूं.