केप टाउन : विश्व की सबसे तेज दौड़नेवाली कार बनाने का प्रोजेक्ट लंदन में शुरू हो चुका है. ‘ब्लडहाउंड सुपरसोनिक’ कार के नाम से बन रही यह कार 1,609 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. इस बेमिसाल कार के निर्माण में लगी टीम मे भारतवंशी महिला बेवर्ली सिंह को शामिल किया गया है. सिंह अगले महीने इस टीम से जुड़ेंगी. युवाओं को इंजीनियरिंग के पेशे की तरफ आकर्षित करने और प्रोत्साहन देने के लिए इस परियोजना को शुरू किया गया है.
दक्षिण अफ्रीका में रहनेवाली बेवर्ली ने पोर्ट एलिजाबेथ से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है. यह भारतवंशी महिला कार की डिजाइन तैयार करेगी. 30 लोगों की इस कार निर्माण टीम में बोइंग और रॉल्स-रोस जैसी कंपनियों के इंजीनियर शामिल हैं.
स्पीड का रिकॉर्ड तोड़ेगी यह कार : रॉकेट शक्ति से लैस दुनिया की सबसे तेज कार 2016 तक बन कर तैयार हो सकती है, जिसकी रफ्तार 1,609 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी. यह कार वर्तमान रिकॉर्ड 1,228 किलोमीटर प्रति घंटा को भंग करेगी.
मैं ऐसा ही कुछ करना चाहती थी : बेवर्ली सिंह का कहना है कि, मैं बहुत उत्साहित हूं. ऐसा मौका जीवन में एक ही बार मिलता है. ब्लडहाउंड कार प्रोजेक्ट पर काम करनेवाले इंजीनियर अपने-अपने फील्ड के दिग्गज हैं. इनके साथ काम करना बहुत अनुभवी होगा मेरे लिए. फिल्हाल मुझे पता नहीं है कि मुझे इस प्रोजेक्ट में क्या काम सौंपा जायेगा.
पढ़ाई पर रहेगा फोकस : बेवर्ली कहती हैं कि, वह अपने पूर्णकालिक डिग्री कोर्स पर ध्यान देगी, लेकिन कार निर्माण में लगी टीम के साथ काम करने के लिए भी समय निकालेंगी. सिंह ने पोर्ट एलिजाबेथ में प्रोसेस इंजीनियर का काम छोड़ दिया है और कुछ ही दिनों में ब्रिस्टल के लिए रवाना हो जायेगी, जहां कार बनायी जा रही है.