सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम के बाद अगला कदम मुख्य परीक्षा का होता है. सिविल सर्विसेज मुख्य परीक्षा 2013 के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रारंभिक परीक्षा में उत्तीर्ण हुए छात्र इसमें आवेदन करने के लिए योग्य होंगे. बचे हुए तीन महीने परीक्षार्थियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. इस दौरान उन्हें जनरल स्टडीज से लेकर वैकल्पिक विषय और क्वालिफाइंग विषय की गहनता से जानकारी हासिल करते हुए अपनी तैयारी को पुख्ता करना होगा. सिविल सर्विसेज मुख्य परीक्षा 2013 पर विस्तार से जानकारी दे रहा है अवसर.
मुख्य तिथियां, लिंक व जानकारी
मुख्य परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि : 10 सितंबर, 2013
हॉर्ड कॉपी पहुंचने की अंतिम तिथि : 18 सितंबर, 2013
मुख्य परीक्षा की शुरुआत : 1 दिसंबर, 2013 से.
कैसे करें आवेदन : ऑनलाइन आवेदन यूपीएससी की वेबसाइट पर करना होगा.
ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद इसका एक प्रिंट आउट निकालें. सभी दस्तावेजों के साथ हार्ड कॉपी संबंधित पते पर भेजनी होगी.
पता : अंडर सेक्रेटरी (सीएस / एम), यूनियन पब्लिक सर्विस, धौलपुर हाउस, शाहजहां रोड, नयी दिल्ली. 110069
वेबसाइट : www.upsc.gov.in
इस वर्ष यूपीएससी सिविल सर्विस मुख्य परीक्षा के पैटर्न में बदलाव की काफी दिनों तक चर्चा हुई, पर यह लागू नहीं हो पाया. इस बार मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में मामूली बदलाव किया गया है. इस क्रम में जनरल स्टडीज को ऑप्शनल पेपर की तुलना में दोगुना कर दिया गया है. जबकि अंगरेजी और किसी एक भारतीय भाषा को क्वालिफाइंग प्रश्न पत्र बनाते हुए किसी एक भारतीय व साहित्यिक भाषा के चयन को अनिवार्य कर दिया गया है. इंगलिश कॉम्प्रीहेंशन व इंगलिश प्रेसाइज को हटा दिया गया है. इसके अलावा निबंध का प्रश्नपत्र 250 अंकों का कर दिया गया है. अब उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा में कुल नौ प्रश्न पत्र हल करने होंगे. सभी प्रश्न दीर्घ उत्तरीय प्रकार के होंगे. इसके साथ ही अब लिखित परीक्षा के 1,750 अंक (क्वालिफाइंग पेपर को हटा कर) और इंटरव्यू / पर्सनालिटी टेस्ट के 275 अंक जोड़ कर इसके कुल 2,025 अंक होंगे. प्रारंभिक परीक्षा के बाद अब मुख्य परीक्षा का बिगुल बज चुका है और इसकी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. यह मुख्य परीक्षा 26 मई, 2013 को हुई सिविल सर्विसेज प्रारंभिक परीक्षा के परिणामों के आधार पर आयोजित की जायेगी.
वैकल्पिक विषयों का चयन
क्वालिफाइंग में पास होना जरूरी
इसमें अंगरेजी और किसी एक अन्य आधुनिक भारतीय भाषा पर आधारित 300 अंकों का एक क्वालिफाइंग प्रश्न पत्र होता है. इसके अंक मुख्य परीक्षा में नहीं जोड़े जाते. इनमें पास होना जरूरी है. इस प्रश्न पत्र का उद्देश्य उम्मीदवार की विषय से संबंधित दक्षता व समझ का आंकलन करना होता है. साथ ही, वह अपने विचारों को किस रूप में व्यक्त करता है, यह भी जांचना होता है. अंगरेजी में जहां पैसेज, वोकेबलरी, शॉर्ट एस्से आदि पर प्रश्न होते हैं, वहीं आधुनिक भारतीय भाषा में विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे.
एस्से लिखने का करें अभ्यास
इसमें 250 अंकों का एस्से लिखना होता है. इसका माध्यम उम्मीदवार को खुद ही चयन करना होता है. इसमें उम्मीदवारों के विचारों का प्रवाह व उसकी समझ का आंकलन किया जाता है. परीक्षार्थियों को कोशिश करनी चाहिए कि वे करेंट टॉपिक पर निबंध लिखने का अभ्यास करें. इसके लिए उन्हें अपना कांसेप्ट भी विकसित करना होगा. एक बार कांसेप्ट विकसित हो जाने के बाद लिखने के लिए शब्द कम नहीं पड़ते.
जीएस के प्रश्नों पर टिकेगी गाड़ी
जीएस के 250-250 अंकों के चार प्रश्न पत्र स्कोरिंग के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण होते हैं. उम्मीदवार को इसके लिए विशेष रणनीति बनानी होगी और नियमित अध्ययन भी करना होगा. प्रश्न पत्र निम्न प्रकार हैं.
इंडियन हेरिटेज एंड कल्चर, हिस्ट्री एंड जियोग्रॉफी ऑफ द वल्र्ड एंड सोसायटी
गवर्नेस, कांस्टीट्यूशन, पॉलिसी, सोशल जस्टिस एंड इंटरनेशनल रिलेशन
टेक्नोलॉजी, इकोनॉमिक डेवलपमेंट, एन्वायरमेंट, सिक्योरिटी एंड डिजास्टर मैनेजमेंट
इथिक्स, इंटीग्रिटी एंड एप्टीट्यूड
इंटरव्यू की तैयारी भी है अहम
सिविल सर्विस का इंटरव्यू अन्य परीक्षाओं के इंटरव्यू से बिलकुल अलग होता है. इसलिए इसकी तैयारी आवश्यक हो जाती है. इसमें उम्मीदवारों से शैक्षिक विवरण के अलावा करेंट टॉपिक या किसी विषय विशेष पर उनकी राय मांगी जाती है. इसके अलावा उनकी पर्सनालिटी से संबंधित सवाल भी पूछे जाते हैं. इंटरव्यू में शामिल होते समय उम्मीदवार को वेशभूषा पर ध्यान देने के अलावा उन्हें अपने हावभाव और बोलने के अंदाज पर पूरी तरह से नियंत्रण रखना चाहिए.
तैयारी के लिए टिप्स
पाठ्यक्रम के हिसाब से अपनी तैयारी की शुरुआत करें.
प्रतिदिन अध्ययन का नियम बनायें.
हर विषय को पर्याप्त समय दें.
जो विषय कमजोर हों, उस पर ज्यादा समय दें.
खास परेशानी होने पर विशेषज्ञ की राय लें.
अपना कोई जरूरी काम कल पर न टालें.
सैंपल पेपर हल करने की कोशिश करें.
नमिता सिंह