नयी दिल्ली:किशोर रचनाकार अब अपने विचारों को अपने अंदर ही नहीं रहने देते. बात चाहे लेखन की हो या फिर कला के किसी और प्रकार की. ऐसी ही कहानी है 17 साल की श्रीया सेक्सरिया की, जो सस्पेंस आधारित अपनी पहली किताब लिखने के बाद अब उसका सीक्वल लिखने की योजना बना रही हैं. श्रीया ने बताया, अपनी पहली किताब के विचार से पहले से ही यह स्टोरी मेरे दिमाग में थी.
जब मैं आठ साल की थी तब इसके किरदारों की कल्पना करती थी. मैं कह सकती हूं कि सात साल तक तो मैं इन किरदारों के साथ ही बड़ी हुई हूं.मुझे ये किरदार बहुत दमदार लगे. मुझे लगा कि मैं इन्हें शब्दों में व्यक्त कर दूसरों तक पहुंचाऊं. उनकी किताब का शीर्षक ‘वन’ है, जिसका प्रकाशन लीडस्टार्ट पब्लिशिंग ने किया. हाल ही में ‘वन’ का यहां लैंडमार्क स्टोर में विमोचन हुआ. वर्ष 2012 में जब श्रीया की बोर्ड परीक्षाएं चल रही थीं, तब वह अपनी किताब का हर दिन एक पन्ना लिखती थीं.
मकसद दोस्तों का मनोरंजन करना था. दोस्तों को वह एक पन्ना इतना अच्छा लगता था कि उसे पढ़े बिना वे सोते नहीं थे. इस तरह श्रीया की पहली किताब पूरी हो गयी. अब वह इसके सीक्वल की योजना बना रही हैं.