राज्य के नक्सल प्रभावित इलाकों के घने जंगलों में अब जंगल युद्ध में प्रशिक्षित महिला जवान नक्सलियों का सामना करेंगी. केंद्र और राज्य की संयुक्त महिला पुलिस जवानों को इसके लिए विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. ट्रेनिंग खत्म होते ही बारिश के बाद उन्हें नक्सल मोरचे पर तैनात किया जायेगा.
यह पहला मौका होगा, जब महिला जवानों को सीधे नक्सलियों के खिलाफ मोरचे पर उतारा जा रहा है. महिलाओं को नक्सलियों के खिलाफ सामने लाने की रणनीति इसलिए बनायी गयी है, क्योंकि फोर्स पर हर हमले और मुठभेड़ में आदिवासी महिलाओं के शोषण का आरोप लगता है. लिहाजा अब नक्सल इलाकों में महिलाओं के मामले में इन महिला पुलिस जवानों को सामने खड़ा किया जायेगा.
निभायेंगी अहम भूमिका
पुलिस ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है. लगभग सभी जिलों से 80-100 महिला पुलिस जवानों को ट्रेनिंग के लिए भेजा गया है. शुरू होनेवाले एंटी नक्सल ऑपरेशन में महिला जवान अहम भूमिका निभायेंगी. उन्हें जंगलों में रहन-सहन और विशेष परिस्थितियों में जिंदा रहने की कला बतायी जा रही है. सीआरपीएफ की तकरीबन 400 महिला कमांडों की विशेष फोर्स राज्य में तैनात की जायेगी.