आसनसोल: चिटफंड कंपनी सारधा में निवेश कर चुके कई पीड़ित शनिवार को नागरिक अधिकार सुरक्षा समिति के संस्थापक व संरक्षक नंद बिहारी यादव के पास पहुंचे. श्री यादव ने उनलोगों को न्याय दिलाने में हर संभव सहयोग करने का आश्वासन दिया. धादका रोड स्थित सारधा रियलिटी इंडिया लिमिटेड में निवेशकों ने लाखों रुपये जमा कराये. लेकिन कंपनी बंद होने के बाद उनलोगों की बेचैनी शुरू हो गयी.
मालूम हो कि श्रीपुर के दिहाड़ी मजदूर सूरज कुमार साव ने कंपनी के निदेशकों, शाखा प्रबंधक आदि के खिलाफ आसनसोल उत्तर थाना में कांड संख्या 114/13 दर्ज कराया था. थाना में शिकायत दर्ज होने के बाद अन्य निवेशकों का भी हौसला बुलंद हुआ.
समिति के श्री यादव ने इस मामले में कार्रवाई के लिए अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त (मध्य) सुरेश कुमार से बात की. अतिरिक्त उप पुलिस आयुक्त श्री कुमार ने उक्त अंचल के निवेशकों को शिकायत के आधार पर एक सूची बना कर आसनसोल उत्तर थाना में संयुक्त रूप से जमा देने को कहा. उनका कहना था कि सारे मामलों की जांच कांड संख्या 114/13 के आधार पर की जायेगी. श्री यादव का कहना है कि यह धोखाधड़ी और आर्थिक अपराध का मामला है. इसकी सीबीआइ जांच करायी जाये, ताकि निवेशकों को उनकी जमा पूंजी वापस मिल सके.