हावड़ा. दो बेटी जन्म देने की सजा ससुराल वालों ने गृहवधू को इस कदर दिया कि विवश होकर उसने खुद आग लगा ली. 90 फीसदी जली हुई हालत में उसे कोलकाता के एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत संगीन है.
पुलिस इस घटना में पति व जेठ को गिरफ्तार किया है, लेकिन इस घटना का तीसरा आरोपी ससुर दोनों मासूम बच्चियों को लेकर फरार है. घटना हावड़ा थाना अंतर्गत राउंड टैंक लेन की है. गिरफ्तार पति व जेठ का नाम आदित्य व अरविंद जालान है. पुलिस आइपीसी 498 ए, 326, 307 धारा के तहत मामला दर्ज कर तफ्तीश में जुटी है. दोनों आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं.
2009 में हुई थी शादी
उत्तर हावड़ा के गोलाबाड़ी थाना अंतर्गत सनातन मिस्त्री लेन की रहने वाली हेमलता अग्रवाल की शादी आदित्य जालान संग 29 जून 2009 को हुई थी. कई सपने संजो कर वैवाहिक जीवन की शुरुआत हुई. हेमलता मां बनी. उसने बेटी को जन्म दिया. बेटी जन्म देने की खुशी भले ही हेमलता को मिली हो, लेकिन ससुराल के लोग खुश नहीं थे. सात महीने पहले वह दूसरी बार मां बनी. इस बार भी उसने एक कन्या को जन्म दिया. दो बेटियों को जन्म देना हेमलता के लिए किसी गुनाह से कम नहीं हुआ. चूंकि उसने नसबंदी भी करा ली, इसलिए पति व ससुराल वालों ने हेमलता पर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया. सारे मुसीबतों को दरकिनार कर उसने अपनी मासूम बेटियों के लिए टय़ूशन पढ़ाना शुरू किया, बावजूद इसके प्रताड़ना जारी रहा.
हेमलता के बड़े भाई सुमीत अग्रवाल ने बताया कि 30 जनवरी की रात 11 बजे उसे खबर दी गयी कि उसने आग लगा कर खुदकुशी करने की कोशिश की है. बुरी तरह से जली हुई हालत में वह फिलहाल अस्पताल में दाखिल है. सुमीत ने बताया कि पुलिस ने पति व जेठ को गिरफ्तार किया है लेकिन ससुर गोविंद राम जालान मेरे दो भांजियों के साथ फरार है. तीन साल की निहाल व सात माह की आरोही कहां है, मुङो नहीं पता है. मैने हावड़ा अदालत में बच्चियों को खोज निकालने के लिए एक याचिका भी दायर की है. मजिस्ट्रेट ने पुलिस को जल्द बच्चियों को तलाश कर वापस लाने का आदेश दिया है.