सूख गयी अक्तो नदी, जलमीनार से तीन दिन में हो रही आपूर्ति
जयनगर : प्रखंड के पहरीडीह में पेजयल व स्वच्छता विभाग द्वारा वर्ष 2008 में दो करोड़ 18 लाख की लागत से जल मीनार का निर्माण किया गया. जलमीनार में पानी पहुंचाने के लिए अक्तो नदी में इंटक वेल भी बनाया गया.
मगर अक्तो नदी के सूख जाने के कारण क्षेत्र में सुचारु रूप से पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. दो-तीन दिन में एक बार जलमीनार से पानी की आपूर्ति की जा रही है. इससे लोगों का परेशानी हो रही है. पानी के लिए हाहाकार मचा है.
इस भीषण गरमी में नदी में पानी की जगह सिर्फ बालू ही बालू दिख रहा है. जलमीनार की क्षमता 75000 गैलन की है. नदी के सूख जाने के कारण जलमीनार भी जल आपूर्ति करने में अक्षम साबित हो रहा है. प्रखंड के मसजिद मुहल्ला, मोदी मुहल्ला, हरिजन मुहल्ला, सांथ, लोहाडंडा, पहरीडीह, पेठियाबागी, तरवन, प्रखंड मुख्यालय आदि क्षेत्रों में विभाग द्वारा पाइप लाइन के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था की गयी थी.
मगर उक्त क्षेत्र के लोगों को नियमित पानी नहीं मिल पा रहा है. कई दिन तक नल से एक बूंद भी पानी नहीं निकलता है. क्षेत्र में लगे चापानलों की स्थिति भी बेहतर नहीं है. कई जगहों पर चापानल का जल स्तर नीचे चला गया है, तो कई चापानल खराब पड़े हैं. जो चापानल ठीक है, उसी पर मुहल्ले के लोग आश्रित हैं. उक्त मुहल्ले में चार सौ कनेक्शन है.
पशु-पक्षियों को भी दिक्कत : नदी, नाले व तालाब के सूख जाने के कारण मवेशियों और पशु-पक्षियों को भी दिक्कत हो रही है. पानी की तलाश में मवेशियों को इधर-उधर भटकते देखा जा सकता है.
चापानलों का जल स्तर गिरा : जयनगर के योगियाटिल्हा व गरचांच में पेयजल संकट गहरा गया है. गांव के कुएं सूख गये हैं. चापानलों का जलस्तर भी नीचे चला गया है. इधर बराकर नदी सूख जाने के कारण मवेशियों के समक्ष भी पानी संकट उत्पन्न हो गया है. मुखिया श्याम सुंदर यादव ने जिला प्रशासन से पेयजल की समुचित व्यवस्था करने की मांग की है.
वहीं गोहाल हाट परिसर में एक भी चापानल नहीं रहने के कारण यहां आनेवाले लोगों को काफी परेशानी होती है. परिसर में बुधवार और रविवार को हाट लगता है. उप मुखिया तान्या देवी व झाविमो पंचायत अध्यक्ष शिशुपाल सिंह ने हाट परिसर में चापानल लगाने की मांग की है.
– राजेश सिंह –