नयी दिल्ली : परिवार के विरोध के बावजूद 12वीं कक्षा में गणित विषय की पढ़ाई करने वाली नेत्रहीन छात्र सना समद की दुनिया अब अंधकार भरी नहीं रहेगी. अपने आलोचकों का मुंह बंद कराते हुए 18 वर्षीय सना ने गणित में 93 फीसदी अंक हासिल किये थे और अब वह श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में अपने मनचाहे विषय की पढ़ाई कर सकेगी. सना ने अपने सामने खड़ी तमाम बाधाओं को दरकिनार करते हुए सीबीएसइ बोर्ड की 12वीं कक्षा में गणित विषय पढ़ने का फैसला किया था.
सहयोग नहीं मिलता था : बरेली में अध्ययन सामग्री की कमी के चलते सना के लिए गणित की पढ़ाई कर पाना किसी चुनौती से कम नहीं था. सहपाठी उनकी मदद नहीं करते थे. सहपाठियों से पूछने पर कि ब्लैकबोर्ड पर क्या लिया हुआ है, तो उन्हें कोई जवाब नहीं मिलता था.गणित में उनके अंक कम होता देख उन्हें गणित छोड़ संगीत की पढ़ाई करने की सलाह दी गयी. हालांकि इन सबके बावजूद वह अपने फैसले पर अडिग रही.