नयी दिल्ली : सरकार ने भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) एवं अन्य प्रतिष्ठित बिजनेस स्कूलों में दाखिले के लिए आयोजित साझा प्रवेश परीक्षा ( कैट ) के परिणाम में छेड़छाड़ के आरोपों की जांच का आदेश दिया है.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने आईआईएम बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के प्रमुख एम दामोदरन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है. इस बारे में पूछे जाने पर मंत्रालय के उच्च शिक्षा सचिव अशोक ठाकुर ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है.
मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, दामोदरन की अध्यक्षा वाली इस तीन सदस्यीय समिति से इस मामले की जांच कर 15 दिनों में रिपोर्ट पेश करने को कहा गया है.जांच का आदेश कल दिया गया. ऐसे आरोप लगाये है कि आईआईएम की साझा प्रवेश परीक्षा (कैट) के परिणाम में छेड़छाड़ कर 80 अभ्यार्थियों के पर्सेटाइल बढ़ा दिये गये. परीक्षा परिणाम में छेड़छाड़ करने का आरोप कैट की वेबसाइट का रखरखाव करने वाली कंपनी लखनऊ स्थित वेब वेवर्स पर लगा है.
गौरतलब है कि कैट की परीक्षा में इस बार 2,14,068 छात्र बैठे थे और परीक्षा देश के 36 केंद्रों पर आयोजित की गयी थी. ऐसी खबरें आयी है कि इस बार कैट परीक्षा का आयोजन करने वाली केरल स्थिति आईआईएम कोझिकोड ने कैट के परिणाम के आंकड़े से जुड़ी सीडी वेबसाइट पर अपलोड करने के लिए वेब वेवर्स को सौंपी थी. ऐसे आरोप लगे हैं कि इसमें छेड़छाड़ करके 80 अभ्यार्थियों का पर्सेंटाइल बढा दिया गया था. आईआईएम कोझिकोड ने इस बारे में पुलिस में शिकायत की है.