बर्नपुर: मेयर परिषद सदस्य व युवा तृणमूल कांग्रेस के बर्दवान (औद्योगिक) जिला के अध्यक्ष अभिजीत घटक ने कहा कि हीरापुर थानेदार अशोक घोष ने पूरे थाना क्षेत्र को अवैध कारोबार के बाजार में बदल दिया है और बिना उनके तबादले के अपराध पर नियंत्रण की दावेदारी पूरी तरह से बेमायने है.
बुधवार को विशेष भेंट में उन्होंने कहा कि पुलिस आयुक्त अजय नंद से शिकायत की गयी है और उन्होंने अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराने तथा इस मामले में शीघ्र कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. अब गेंद श्री नंद के पाले में हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी पूरे मामले से अवगत कराया गया है.
न क्षमता है और न दक्षता
श्री घटक ने कहा कि इसके पहले के थानेदार सैयद रिजाउल कबीर श्री बोस की तुलना में काफी बेहतर अधिकारी थे लेकिन उनके स्थान पर पुलिस आयुक्त श्री नंद ने अदक्ष और अक्षम अधिकारी को यहां नियुक्त कर दिया. इनके आने से ही पूरे क्षेत्र में अवैध कारोबार तीव्र गति से बढ़ने लगा है. विभिन्न स्थलों पर अवैध लोहा के कांटा लगाने की अनुमति दी गयी है. कई स्थानों पर खुलेआम जुआअड्डे संचालित हो रहे हैं.
इस्को स्टील प्लांट, बर्न स्टैंडर्ड जैसे कारखानों से हर माह करोड़ों रुपये मूल्य की सामग्री चोरी हो रही है. पिछले तीन-चार माह में स्थिति पूरी तरह से बदहाल हो गयी है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने कई बार पुलिस आयुक्त श्री नंद को सूचना दी तथा सक्षम पुलिस अधिकारी की तैनाती का आग्रह किया. श्री नंद ने कहा कि वे एडीसीपी स्तर के अधिकारी से इनकी जांच करा रहे हैं. अब इस मामले में उन्हें निर्णय लेना है कि वे कब कार्रवाई करते हैं?
हर स्तर पर पहुंची सूचना
युवा तृणमूल के जिलाध्यक्ष श्री घटक ने कहा कि इस संबंध में राज्य के कृषि मंत्री मलय घटक और मुख्यमंत्री सुश्री बनर्जी को सूचना दी गयी है. पंचायत चुनाव समाप्त होने के बाद इस मुद्दे पर गंभीरता से पहल की जायेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि किस अधिकारी या नेता के बल पर थानेदार इस तरह की गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं? उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का कोई भी नेता अपराध को बढ़ावा नहीं देता है. पार्टी जनता पर विश्वास करती है. पुलिस का दायित्व है कि इन अपराधियों से निपटे.
अंजली ने कसी थी नकेल
उन्होंने कहा कि जब पूरे कोयलांचल से कोयला तस्करी बंद हो सकती है तो हीरापुर थाने में भी अपराध नियंत्रित हो सकता है. सहायक पुलिस आयुक्त अंजली सिंह आहुजा ने बेहतर कार्य किया था. वैसे पुलिस अधिकारियों की जरूरत क्षेत्र को है. बेहतर पुलिस टीम इस पर नियंत्रण कायब कर सकती है.
सीमावर्त्ती होने से अपराध अधिक
श्री घटक ने कहा कि झारखंड का सीमावर्त्ती क्षेत्र होने के कारण आसनसोल महकमा में अपेक्षाकृत अधिक अपराध होते हैं. अपराधी आसानी से किसी न किसी रास्ते से क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं और अपराध करने के बाद आसानी से बाहर निकल जाते हैं. हाल में कई घटनाओं में बाहरी अपराधियों की संलिप्तता सामने आयी है. पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वे झारखंड से प्रवेश करनेवाले सभी रास्तों पर क ड़ी नजर रखे. उन्होंने कहा कि बंगाल पुलिस की छवि काफी बेहतर थी लेकिन 34 वर्षो के शासनकाल में माकपा ने पुलिस तंत्र को पूरी तरह से कठपुतली बना रखा था. नये सिरे से कार्य करने में समय लगेगा. साथ ही संसाधनों की भी कमी है. पुलिस पर राजनीतिक दबाव नहीं है. इतना तो बदलाव आ ही गया है कि पहले आम जनता थाने में जाने से डरती थी, अब बेहिचक जा रही है. दोनों के बीच बेहतर संबंध विकसित होने में कुछ और समय लगेगा.