सिमडेगा : सामटोली पल्ली के पुरानापानी स्थित कला संस्कृति सह विश्वास प्रशिक्षण केंद्र में तीन दिवसीय पुरोहिताई बुलाहट शिविर सोमवार से आरंभ हुआ. फादर क्लमेंट ने कहा कि पुरोहित ईश्वर के काफी करीब होते हैं. उनका जीवन कलीसिया के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होता है.
सच्चे ख्रीस्त भक्त बन कर लोगों की सेवा करना ही पुरोहित का दायित्व है. संस्कारों का वितरण, मिस्सा बलिदान चढ़ाना पुरोहित का मूल्य दायित्व है. फादर क्लमेंट ने कहा कि पुरोहित समाज का आइना होता है. उनका जीवन दूसरों के लिये समर्पित होता है. पुरोहित बनें तथा कलीसिया का सेवा करें. शिविर में सिमडेगा धर्म प्रांत के विभिन्न पल्लियों से पुरोहित बनने के 40 इच्छुक युवक भाग ले रहे हैं.
कार्यक्रम में वक्ता के रूप में फादर क्लमेंट लकड़ा, फादर इग्नेस टेटे,फादर जेवियर बिलुंग, फादर जोसेफ टेटे, फादर अगुस्टीन लकड़ा उपस्थित थे. इस अवसर पर सामाजिक , धार्मिक, आर्थिक, सांस्कृतिक, राजनैतिक विषयों पर भी वक्ताओं ने प्रकाश डाला. कार्यक्रम समापन एक मई को किया जायेगा.