"फ़िल्म के लिए मैंने और विशाल सर ने एक रुपया भी नहीं लिया. हम चाहते थे सारा पैसा फ़िल्म में ही लगे. हम दोनों की फ़िल्म में पार्टनरशिप है."
ये कहना है अभिनेता शाहिद कपूर का जो जल्द ही फ़िल्म ‘हैदर’ में नज़र आएंगे और इसके निर्देशक विशाल भारद्वाज हैं.
‘हैदर’ शेक्सपियर के नाटक ‘हेमलेट’ पर आधारित है जिसे कश्मीर की पृष्ठभूमि में बुना गया है. ये फ़िल्म सिर्फ़ 54 दिनों में बनी है.
पापा की झलक
शाहिद कपूर इस फिल्म के लिए कोई पैसा न लेने की एक ख़ास वजह बताते हैं, "अगर मैं और विशाल दोनों ही अपनी फ़ीस चार्ज कर लेते तो हमें फ़िल्म के लिए, उसकी लोकेशन पर कम पैसे ख़र्च करने को मिलते और ऐसा हमने इसलिए भी किया क्योंकि फ़िल्म पर हमें पूरा भरोसा था."
शाहिद ने बताया, "विशाल सर ने हाल ही मैं एक अख़बार को कहा कि उन्हें एक दृश्य को फ़िल्माते वक़्त मुझमें पापा (पंकज कपूर) और नसीरुद्दीन शाह की झलक मिली. ये मेरे लिए सच में सबसे बड़ी उपलब्धि है."

वैसे शाहिद कपूर हॉलीवुड अभिनेता लिओनार्डो डी केप्रिओ के भी बड़े प्रशंसक हैं.
वो कहते हैं, "लिओनार्डो एक बहुत ही कमाल के अभिनेता हैं और उन्होंने एक बार एक बात कही थी जो मुझे बहुत अच्छी लगी."
"उन्होंने कहा कि मैं अगर एक स्क्रिप्ट पढता हूं और यदि अपने दिमाग में ये सोच पाता हूं कि मैं उस किरदार को किस तरह निभाउंगा तो मैं वो फ़िल्म नहीं करता. अगर स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद मुझे ये समझ नहीं आता कि मैं उस किरदार को किस तरह निभाउंगा तो मैं उस फ़िल्म को करता हूं क्योंकि मुझे उससे कुछ सीखने को मिलेगा."
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