किराये के घर में चल रहा है माप तौल विभाग, कर्मियों का टोटा
कुमार विकाश
कोडरमा : माप तौल कार्यालय झुमरीतिलैया में लगभग पांच दशक से भी ज्यादा समय से कार्यरत है, पर आज के आधुनिक समय में भी माप-तौल विभाग का कार्यालय पुराने तरीके से कार्य कर रहा है. परेशानी ऐसी है कि इसे कोई समझने वाला ही नहीं है.
एक अधिकारी को तीन जिले का प्रभार दे दिया गया है. निरीक्षक सप्ताह में दो ही दिन कार्यालय आ पाते हैं. जांच नहीं होने के कारण दुकानदार इसका फायदा उठाते हैं.
ग्राहकों व दुकानदारों में आये दिन होती है बहस : विभाग के पास कर्मचारी की कमी है. लिहाजा बटखरे की जांच व अन्य कार्रवाई भी कम होती है.
हालांकि, निरीक्षक का दावा है कि समय-समय पर अभियान चला कर जांच की जाती है, लेकिन सच्चई यह है कि विभाग की अपंगता का फायदा कुछ दुकानदार उठाते हैं. झुमरीतिलैया शहर में आम लोग खरीदारी तो करते हैं, पर बटखरे का वजन सही है या नहीं इसकी जानकारी नहीं मांग पाते. कई बार इसको लेकर ग्राहकों व दुकानदारों में बहस भी हो जाती है.
ऐसे होती है जांच : इलेक्ट्रॉनिक स्केल पर स्टैंडर्ड बटखरा रखने के बाद आम बटखरा को रख कर जांच की जाती है, जबकि आज के समय में विभाग का कार्य हाइटेक होना चाहिए था. नियमत: दुकानदारों के बटखरे का लाइसेंस रिन्युअल भी होना चाहिए. साथ ही बटखरे के पीछे एक टोकन भी लगा होना चाहिए.