पानागढ़ : तीन दिनों तक हुई बारिश के कारण पानागढ़ बाजार से गुजरने वाली जीटी रोड पर बने गड्ढों में जल जमाव हो गया है. जल जमाव के कारण गड्ढों का सही अंदाजा लगाने में चालकों को काफी असुविधा हो रही है.
गड्ढों के कारण जीटी रोड की स्थिति बद से बदतर हो गयी है. जिससे केवल वाहन चालकों को ही नहीं पैदल चलने वालों को भी काफी असुविधा हो रही है. जानकारों का कहना है कि इन गड्ढों के कारण सबसे अधिक खतरा दो पहिया वाहनों को है. बड़े गड्ढे में चले जाने से गाड़ी का संतुलन बिगड़ सकती है, जिससे दुर्घटना होने की संभावना है.
वहीं ट्रक चालक राम कुमार सिंह ने बताया कि इन गड्ढों से जितना खतरा दो पहिया वाहन को है, उससे अधिक बड़े वाहनों को यहां चालक यदि थोड़ी भी लापरवाही करेगा तो उसके वाहन असंतुलित हो कर दूसरे वाहन से टकरा जायेगा या फिर एक्सेल रड टूट जायेगा, गाड़ी पलट भी सकती है.
देश के ऐतिहासिक जीटी रोड की इतनी दयनीय अवस्था पर काफी दु:ख होता है. यह सब संबंधित विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का परिणाम है. ट्रक चालक सुरेंद्र सिंह का कहना है कि मानसून के आने से पहले ही रोड की यह स्थिति है तो फिर बरसात के तीन माह में तो रोड पर गाड़ी चलाना मुश्किल हो जायेगा.
पूरा जीटी रोड ही तालाब में बदल जायेगा. इससे बचने के लिए नश्नल हाइवे ऑथरिटी को जल्द से जल्द रोड मरम्मत का काम शुरू कर देना चाहिए. गौरतलब है कि दाजिर्लिंग मोड़ से लेकर भांगाबांध ब्रिज तक लगभग तीन किलोमीटर का रस्ता पूरी तरह जजर्र हो
चुका है.