जयनगर : जयनगर प्रखंड की कंद्रपडीह पंचायत अंतर्गत ग्राम डुमरडीहा के लोगों की परेशानी बयां से बाहर है. यहां की स्थिति यह है कि श्मशान घाट पर पानी नसीब नहीं है. किसी के अंतिम संस्कार के लिए लोग घर से पानी लेकर आते हैं.
इसके बाद स्नान घर जाकर करते हैं. श्मशान घाट के लिए जमीन तो मिल गयी, पर पानी नहीं. दरअसल, डुमरडीहा गांव में बना श्मशान घाट की जमीन बांङोडीह पावर प्लांट के लिए अधिग्रहित कर ली गयी. जमीन में चली गयी, तो लोगों की परेशानी बढ़ गयी.
इसके बाद यह गांव ऐसा गांव बन गया था, जिसका श्मशान घाट नहीं था. यहां के ग्रामीण शवों का अंतिम संस्कार पड़ोस के ललका टिल्वा सोती में करते थे. श्मशान घाट के निर्माण के लिए डीवीसी से जमीन लेने के लिए लोगों ने प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों की मांग पर डीवीसी प्रबंधन ने ग्रामीणों को एक भूखंड उपलब्ध कराया, मगर यहां किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं है. इस नये श्मशान घाट उदघाटन किया गया. फिलहाल स्थिति यह है कि यदि किसी की मौत होती है, तो अंतिम संस्कार के विधि विधान के लिए लोगों को साथ में पानी ले जाना होगा और अंतिम संस्कार के बाद घर आकर नहाना होगा.
गांव के मुन्ना यादव, खूबलाल यादव, चिंतामणि यादव कहते हैं कि ऐसी परेशानी किसी के साथ नहीं होनी चाहिए. गरमी के इस मौसम में पानी व बिजली की परेशानी तो पहले से है. ऐसे में इस तरह की परेशानी तो मुश्किलें बढ़ा देती है.
– राजेश सिंह –