सिलीगुड़ी/दार्जिलिंग: कई वर्षो बाद आज गोरखा राष्ट्रीय मुक्ति मोरचा (गोरामुमो) सुप्रीमो सुभाष घीसिंग पहाड़ पर लौटे. सिलीगुड़ी के निकट माटीगाड़ा स्थित अपने मकान से 12.35 बजे जब वह निकले, तब उनके चेहरे पर एक अलग रौनक देखी गयी. गोरखालैंड आंदोलन के दौरान पहाड़ से निष्कासित कर दिये जाने के बाद 2007 से वह माटीगाड़ा में ही रह रहे थे. आज अपनी कार पर सवार होने से पहले उन्होंने संवाददाताओं के सवालों पर विशेष टिप्पणी न करते हुए केवल इतना ही कहा कि हमें सभी राजनीतिक पार्टियों से समर्थन का पत्र मिला है.
आज दार्जिलिंग के जाकिर हुसैन रोड स्थित पार्टी कार्यालय व उनके मकान में एक बैठक होगी, जिसमें सर्वसम्मति से राजनीतिक पार्टी को समर्थन देने पर निर्णय लिया जायेगा.
श्री घीसिंग ने कहा कि गोरामुमो का झंडा आज भी झुका नहीं है. पहाड़-समतल पर पहले जैसी ही चमक आज भी बरकरार है. वहीं, गोरखा जनमुक्ति मोरचा के महासचिव रोशन गिरि ने सुभाष घीसिंग की पहाड़ वापसी के सवाल पर कहा कि घीसिंग का युग समाप्त हो गया है. गोरामुमो का अब पहाड़ पर जनाधार नहीं है. पहाड़ पर जाना या न जाना, यह उनका व्यक्तिगत मामला है. इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं.