उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं का कहना था कि यहां अभी तक इलेक्शन नहीं हुआ है केवल सेलेक्शन होता है. अब चुनाव परिणाम सामने है. पहाड़ की जनता ने तृणमूल को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. अब वही बता दें कि यह इलेक्शन हुआ या सेलेक्शन हुआ है.
श्री तांमांग ने कहा कि इस तरह की बात करने वाले तृणमूल के कार्यकारी अध्यक्ष एनवी खवास दार्जिलिंग नगरपालिका के वार्ड 20 से मैदान में उतरे थे. हिल तृणमूल महिला कांग्रेस अध्यक्ष शारदा राई सुब्बा वार्ड 32 से,तृणमूल द्वारा मनोनीत जीटीए सभासद मिलन डुक्पा वार्ड 13 से चुनाव मैदान में थे. सभी को पहाड़ के लोगों ने नकार दिया. इसी तरह से विकास और भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली गोरामुमो का भी कोई अतापता नहीं है. तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाली गोरामुमो अपना खाता नहीं खोल पायी. यही हाल जाप का हुआ है. मिरिक नगरपालिका में हार पर श्री तामांग ने कहा कि पार्टी के अंदर आपसी झगड़े का फायदा तृणमूल ने उठाया. हमारी ही पार्टी के कई लोग निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे. मतों का बंटवारा हुआ और इसका लाभ तृणमूल को मिला.