बालूरघाट. रात में चोर को पकड़ने की कोशिश में बालूरघाट उच्च विद्यालय की एक महिला कर्मचारी हमले का शिकार हुई. 50 साल की ललिता कामेत के हाथ में चोट आयी है. सोमवार को स्कूल खुलने के बाद इस घटना को लेकर स्कूल प्रबंधन प्रशासन के दरवाजे पर पहुंचेगा.
बालूरघाट उच्च विद्यालय दक्षिण दिनाजपुर जिले का नामी स्कूल है. इसका विशाल कैम्पस है. लेकिन अभी यहां कोई रात्रि प्रहरी नहीं है. इसी का फायदा उठाकर कुछ रातों से चोर स्कूल के भीतर घुस आते थे और किताबों से लेकर अन्य विभिन्न चीजें उठा ले जाते थे. इसे देखते हुए विद्यालय की कर्मचारी ललिता कामेत चोरों को पकड़ने के इरादे से शनिवार शाम से ही विद्यालय में बैठी हुई थीं. इसी दौरान उनके साथ घटना घटी.
ललिता कामेत ने बताया कि वह कैम्पस के बाहर हॉस्टल के एक कमरे में अपने परिवार के साथ रहती हैं. वह रात-विरात स्कूल आकर सुरक्षा का जायजा लेती रहती हैं. आये दिन होने वाली चोरी को देखते हुए वह रात में स्कूल परिसर में ही थीं. करीब नौ बजे उन्हें लगा कि कोई चाहरदीवारी फांदकर भीतर घुसा है. कुछ देर बाद उन्होंने देखा कि एक चोर एक बोरे में किताबें और अन्य चीजें भरे हुए है. उन्होंने चोर को दबोच भी लिया, लेकिन चोर ने उनके साथ हाथापाई की और हाथ पर प्रहार करके भाग गया.
स्कूल के आसपास आबादी कम है, इसलिए उनकी गुहार सुनकर कोई नहीं आ पाया. इस बारे में उन्होंने स्कूल के प्रधान शिक्षक को बताया है. हाथ में ज्यादा चोट आने के कारण उन्हें डॉक्टर के पास जाना पड़ा. प्रधान शिक्षक नारायण कुंडू ने बताया कि पहले भी उन्होंने पुलिस को स्कूल में होने वाली चोरियों के बारे में बताया था. इस मामले को भी वह पुलिस को बतायेंगे. उन्होंने मांग की कि स्कूल के बाहर कम से कम सिविक वोलंटियर की तैनाती की व्यवस्था की जाये. स्कूल में अनेक महत्वपूर्ण कागजात रखे हैं, जिनके चोरी होने से मुश्किल हो सकती है.