सिलीगुड़ी. जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ का 153वां मर्यादा महोत्सव में इस साल सिलीगुड़ी के निकट राधाबाड़ी के नवनिर्मित तेरापंथ भवन में 11वें धर्मगुरू आचार्यश्री महाश्रमणजी के सान्निध्य में होने जा रहा है.
यह मर्यादा महोत्सव तेरापंथ भवन के विशाल कैंपस एक फरवरी यानी बुधवार वसंत पंचमी से शुरू होगा और तीन फरवरी तक आयोजित होगा. इस मर्यादा महोत्सव में शिरकत करने के लिए केवल सिलीगुड़ी या उत्तर बंगाल से ही नहीं बल्कि देश-दुनिया से अनुयायी अभी से ही पहुंचने लगे हैं. इस महोत्सव का गवाह बनने के लिए बैंगुलुरू से भी महिलाओं का एक जत्था सिलीगुड़ी पहुंच चुका है. सोमवार को कुल 41 महिलाओं के इस जत्थे ने राधाबाड़ी महोत्सव स्थल पर आचार्यश्री का दिव्य दर्शन किया और उनसे आशिषवचन भी लिया.
महिलाओं के इस जत्था में 30 महिलाएं शामिल हैं. ये बुजुर्ग महिलाएं बैंगुलुरू से श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल के सहयोग से इस महोत्सव में शामिल हुई हैं. महिला मंडल बैंगलुरू यूनिट की कार्यक्रम संयोजिका बिंदु रायसोनी ने बताया कि बीते सात वर्षों से महिला मंडल की ओर से बुजुर्ग महिलाओं को मर्यादा महोत्सव में शिरकत कराते आ रही हैं. श्रीमती रायसोनी ने बताया कि आचार्यश्री के सान्निध्य में बसंत पंचमी के दिन यह महोत्सव शुरू होता है और तीन दिनों तक आयोजित होता है. आचार्यश्री यह तीन दिन देश-दुनिया में जहां भी होंगे वहीं, यह महोत्सव आयोजित होगा. हम महिला मंडल की ओर से बुजुर्ग महिलाओं को अपनी व्यवस्था की ओर से इस महोत्सव में शिरकत कराती हैं और आचार्यश्री का दर्शन कराती हैं. उन्होंने बताया कि इन बुजुर्ग महिलाओं का पूरा देखभाल हमारी महिला मंडल की अध्यक्ष निर्मला सोलंकी, मंत्री रिजु डुंगरवाल, सह-संयोजिका सुरेखा पोखरणा, कोषाध्यक्ष बंसता रायसोनी व पूर्व अध्यक्ष शशिकला नाहर की अगुवायी में हो रहा है.
मर्यादा महोत्सव व्यवस्था समिति के जनसंपर्क अधिकारी हेमंत बैद ने बताया कि इस महोत्सव में पश्चिम बंगाल के अलावा सिक्किम, बिहार, राजस्थान, असम, दिल्ली, मुंबइ, गुजरात, मध्यप्रदेश व अन्य प्रांतों के अलावा नेपाल, थाइलैंड व अन्य देशों से भी हजारों की तादाद में अनुयायी शिरकत करेंगे. आगंतुकों के ठहरने, भोजन, आवागमन आदि की समुचित व्यवस्था राधाबाड़ी तेरापंथ भवन के अलावा सिलीगुड़ी के विभिन्न भवनों में कराया गया है. किसी को भी किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए आपातकालीन इंतजाम भी किये गये है.