लेकिन किसी भी नेता से बात किये बगैर ही मुख्यमंत्री अपने काफिले के साथ कर्सियांग के लिये रवाना हो गयी. जिला कमिटी में स्थान ना मिलने से नाराज पार्टी के कई वरिष्ठ नेता उनके साथ कर्सियांग भी गये हैं. उल्लेखनीय है कि बीते बुधवार को दार्जिलिंग जिला तृणमूल अध्यक्ष गौतम देव ने महीनों बाद जिला कमिटी की घोषणा की. सिलीगुड़ी नगर निगम, सिलीगुड़ी महकमा परिषद के बाद बीते विधानसभा चुनाव में माकपा नेता अशोक भट्टाचार्य से करारी शिकस्त के बाद पार्टी सुप्रीमों ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग जिला कमिटी को भंग कर दिया था. कई राजनीतिक पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के बाद गौतम देव को वापस जिलाध्यक्ष की कुरसी दी गयी. हांलाकि जिला कमिटी का गठन नहीं किया गया था.
विधानसभा चुनाव में सिलीगुड़ी से तृणमूल उम्मीदवार बाइचुंग भुटिया ने अपनी हार पर एक रिपोर्ट पार्टी सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंपी थी. इस रिपोर्ट में उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ शिकायत की थी. भुटिया ने जिसकी भी शिकायत की वह सभी जिला कमेटी से बाहर हैं.
यह अलग बात है कि ऐसे नेताओं को अलग से एक कोर कमेटी बनाकर स्थान दिया गया है. इससे ये खुश नहीं हैं. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला कमिटी में स्थान नहीं मिलने से कई नेता जिलाध्यक्ष गौतम देव से खफा है. इनका मानना है कि गौतम देव ने अपने मन मुताबिक एक टीम तैयार की है. जिला कमिटी की घोषणा के बाद सभी की आस पार्टी सुप्रीमो पर ही टिकी हुयी है. उत्तर बंगाल उत्सव सहित नेताजी जन्मदिन के अवसर पर पूर्व निर्धारित कर्सियांग दौरे के तहत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को कर्सियांग पहुंच चुकी है. सूत्रों ने बताया कि असंतुष्ट नेता कर्सियांग में मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश करने में लगे हैं.