पुलिस प्रशासन का मानना है कि कूचबिहार, अलीपुरद्वार, पड़ोसी राज्य असम और मेघायलय के गांजे की मांग काफी अधिक है. एक वर्ष पहले तक काफी कम गांजे की तस्करी होती थी. पड़ोसी राज्य बिहार में शराब बंदी के बाद से अन्य मादक पदार्थों की मांग काफी बढ़ गयी है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पांच सौ और एक हजार के पुराने नोट भी रद्द कर दिये हैं. बिहार में बढ़ी मांग और रद्द नोट को खपाने के लिये पिछले कुछ महीने से बड़े पैमाने पर गांजे को बिहार पहुंचाया जा रहा है. एक आंकलन के अनुसार पिछले दो महीने में करीब तीन सौ किलो गांजा सिर्फ न्यू जलपाइगुड़ी पुलिस थाने ने जब्त किया है.उन मामलों में अब तक सात तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कूचबिहार, अलीपुरद्वार, असम, मेघालय व मणिपुर आदि से जो गांजे आते हैं उसे न्यू जलपाईगुड़ी थाना इलाके से होकर ही गुजरना है. बिहार व देश के अन्य भागों में गांजा पहुंचाने के लिये इस रूट को एक कोरीडोर के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. सड़क मार्ग से होकर माल ले जाने का यही एक मात्र रास्ता भी है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गांजा तस्कर गिरोह के कुछ मुख्य सरगनाओं को भी गिरफ्तार किया गया है.
इन मामलों की जांच के बाद पता चला कि बिहार में शराबबंदी के बाद अन्य मादक पदार्थों की मांग काफी बढ़ी है. जिसकी वजह से मादक पदार्थों की तस्करी का मामला भी बढ़ा है. गांजे को बिहार पहुंचाकर ये तस्कर मोटी रकम कमाते हैं. मंगलवार रात भी मिली सूचना के आधार पर न्यू जलपाईगुड़ी पुलिस टीम ने थाना प्रभारी दीपांजन दास के नेतृत्व में एक अभियान चालकर न्यू जलपाईगुड़ी स्थित रेलवे अस्पताल के सामने एक टाटा सूमो गाड़ी को धर दबोचा. तस्करों ने गाड़ी की छत में फॉल्स के नीचे गाजे के पैकेट को छीपा कर रखा था. इस अभियान में कुल सत्तर किलो गांजा बरामद किया गया है. इसके अतिरिक्त गाड़ी चालक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपी की शिनाख्त संजय पासवान के रूप में की है. आरोपी बिहार का निवासी है. वह कूचबिहार से गांजे का खेप लेकर बिहार के लिये रवाना हुआ था. आरोपी को बुधवार जलपाईगुड़ी अदालत में पेश कर पुलिस ने रिमांड पर लिया है.
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की डिप्टी पुलिस कमिश्नर जोन-2 संगमित लेप्चा ने बताया कि गुप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने अभियान चलाकर करीब सत्तर किलो गांजा जब्त किया है. इसमें एक तस्कर की गिरफ्तारी भी हुयी है. पुलिस ने बुधवार को उसे जलपाईगुड़ी अदालत में पेश किया है. डीसीपी ने यह भी बताया के पिछले दो महीने में करीब तीन सौ किलो गांजा जब्त करने में पुलिस को सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि गांजा तस्करी के लिये सिलीगुड़ी को एक रूट के रूप इस्तेमाल किया जा रहा है . हांलाकि पुलिस इसके खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. उम्मीद है अब गांजा तस्करी के मामले कुछ कम होंगे.