इस दौरान जमीन के अंदर मजदूरों को मोर्टार मिला. उसके बाद ही मजदूरों तथा सफारी पार्क के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में खलबली मच गई. मंगलवार को राज्य के मुख्य सचिव बासुदेव चटर्जी सपरिवार बंगाल सफारी पार्क का दौरा करने वाले थे. इसके लिए पहले से ही पूरे पार्क इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी.
मुख्य सचिव के आगमन के एक दिन पहले पार्क इलाके से मोर्टार मिलने की घटना ने अधिकारियों को परेशान कर दिया. तत्काल ही इस बात की सूचना भक्तिनगर थाने को दी गई. भक्तिनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन मोर्टार को निकालने की किसी को हिम्मत नहीं हुई. इस प्रकार के मोर्टार को रिफ्यूज करने के लिए आवश्यक ढांचागत सुविधाएं भी पुलिस के पास नहीं है.
पुलिस ने इसकी सूचना सेना को दी. सेना के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और मोर्टार को बरामद कर अपने साथ सालुगाड़ा फायरिंग रेंज ले गये. मंगलवार को दोपहर एक बजे के बाद मोर्टार को नष्ट कर दिया गया. इस दौरान दो तेज धमाके हुए जिससे पूरा इलाका दहल गया. स्थानीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मोर्टार काफी पुराना और जंग लगा हुआ था. कई वर्षों से इसे मिट्टी में दबे होने की आशंका जाहिर की जा रही है. दूसरी तरफ सेना के अधिकारियों का कहना है कि जिस इलाके से मोर्टार को बरामद किया गया है, वहां कभी सेना की फायरिंग रेंज हुआ करती थी. संभवत: इसी वजह से मोर्टार वहां दबा रह गया हो. सेना ने मोर्टार को सालुगाड़ा फायरिंग रेंज में तब नष्ट किया जब राज्य के मुख्य सचिव बासुदेव चटर्जी सपरिवार पार्क घुमकर वापस लौट गये थे.