अदालत ने तीनों को रिमांड पर सौंप कर तीन दिन के भीतर विस्फोटक को नष्ट करने का आदेश दिया था. अदालत के निर्देशानुसार मंगलवार को इस विस्फोटकों को दुधिया के नदी के किनारे नष्ट कर दिया.मंगलवार को करीब साढ़े चार घंटे की परिश्रम के बाद सीआइडी इसको नष्ट करने में सफल हुई. सुबह करीब साढ़े दस बजे से दुधिया के नदी किनारे आर्मी फायरिंग रेंज पर कड़ी सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गयी. दुधिया नदी किनारे के चारों तरफ पुलिस को तैनात किया गया.
किसी भी अनचाही घटना से निपटने के लिये दमकल की एक इंजन और पूरी व्यवस्था के साथ एक मेडिकल टीम भी मौके उपस्थित थी. फिर बड़ी ही सावधानी के साथ सीआइडी की टीम विस्फोटकों को लेकर पहुंची. इस दौरान सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट की एसीपी(पश्चिम) मौमिता कर्मकार व गयाबाड़ी पुलिस थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ उपस्थित थे. सुबह के करीब 10 बजकर 45 मिनट पर विस्फोटकों को नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू की गयी.
पहले जिलेटिन स्टिक को जलाया गया. इसे जलाने में सीआइडी टीम को करीब तीन घंटे लग गये. इसके बाद दो सौ डिटोनेटर को तीन भाग में बांटकर नष्ट किया गया. विस्फोटकों को नष्ट करने के दौरान काफी तेज आवाजें भी हुई. लेकिन किसी भी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई.