आज सुबह उनका खून से लथपथ शव पांजीपाड़ा के एक स्कूल के नजदीक से बरामद हुआ. माना जा रहा है कि उनका अपहरण हो गया था. विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे कानकी के बाबा रामदेव मंदिर में वह दर्शन करने गये थे और कई लोगों से मुलाकात भी की थी. कुछ देर मंदिर में रहने के बाद वह अपने जरूरी कार्य से निकल गये. उसके बाद दोपहर में कई लोगों ने निजी कारणों से उनसे बात करने को कोशिश की तो मोबाइल फोन पर संपर्क नहीं हुआ.उसके बाद परिवार वालों को शक हुआ कि उनका अपहरण हो गया है. शाम के वक्त तक परिवार में किसी को कोई समाचार नहीं मिलने पर,दलकोला में मायुम के सदस्यों ने परिवार के अन्य लोगो के साथ स्थानीय पुलिस आउटपोस्ट में संपर्क घटना की विस्तृत जानकारी दी. मोबाइल को ट्रैक करने पर पता चला कि पंजीपारा में हास्कुन्दा नेटवर्क में मोबाइल है.
इस्लामपुर शाखा के सदस्यों ने सूचना मिलने पर इस्लामपुर थाना पुलिस एवं इस्लामपुर नगरपालिका के चेयरमैन कन्हैयालाल अग्रवाल से संपर्क कर पूरी घटना की विस्तृत जानकारी दी. बीती रात दो बजे तक मारवाड़ी समुदाय से जुड़े कई विशिष्ठ लोग दालखोला पुलिस आउटपोस्ट में मौजूद थे. तबतक कोई ठोस और निर्णायक कार्यवाही नहीं हुई. मृतक के परिवार वालों का कहना है बुधवार की सुबह छह बजे पांजीपारा के एक स्कूल के पास एक लाश बरामद होने की खबर मिली. लोगों ने पुलिस से संपर्क किया और पुलिस को जानकारी दी गयी. पांजीपारा पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पंचनामा किया और इस्लामपुर थाना भेज दिया. दालखोला से मृतक के परिवार के सदस्य इस्लामपुर गए. लाश देख कर ओमप्रकाश के मृत होने की पुष्टि की गयी. प्रारंभिक जांच में गला दबाकर हत्या किये जाने का मामला लगता है.
पुलिस का कहना है कि मृतक की अस्वाभाविक मौत है या फिर स्वाभाविक इसका पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही खुलासा हो पायेगा. हांलाकि लाश देखकर साफ लगता है कि गला दबाकरर हत्या की गयी है. मृतक के गले पर निशान भी साफ दिखाई दे रहा था. पूरी घटना से दलकोला का पूरा समाज आहत है.
समस्त मारवाड़ी परिवार व मारवाड़ी युवा मंच की तरफ से ठोस कार्यवाही की मांग पुलिस से गयी है. पूरा समाज चाहता है कि मारवाड़ी युवा मंच इस घटना हेतु प्रांतीय स्तर एवं राष्ट्रीय स्तर पर उचित प्रशासनिक व न्यायिक कार्यवाही हेतु पीड़ित परिवार का सहयोग करे.