यह सरकार की साजिश है. श्री गुरू्ंग की इस अपील के बाद जिला प्रशासन की परेशानी बढ़ गयी है. बिमल गुरूंग की इस अपील के बाद प्रशासन को लगता है कि भारी तादाद में आमलोग अपना राशन कार्ड लौटा सकते हैं. इसबीच पहाड़ पर 80 प्रतिशत से अधिक डिजीटल राशन कार्ड का बंटवारा हो चुका है.सिर्फ इतना ही नहीं पूरे पर्वतीय क्षेत्र को ही अंत्योदय योजना में शामिल किया गया है. जिनके पास भी डिजीटल होगा वह इस योजना का लाभ लेते हुए कम कीमत पर अनाज ले सकते हैं.
इस मामले में दार्जिलिंग के जिला अधिकारी अनुराग श्रीवास्तव का कहना है कि डिजीटल राशन कार्ड वापस कर देने की अपील कुछ लोगों ने की है.अगर कोइ अपना राशन कार्ड वासप करता है तो इसका नुकसान उन्हें ही डठाना पड़ेगा.पहाड़ पर अनाज का उत्पादन नहीं होता है. सभी पहाड़ वासी बाहर से ही अनाज खरीदते हैं.
इसी वजह से पूरे पर्वतीय क्षेत्र को ही इस योजना में शामिल किया गया है.उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अब पुराना राशन कार्ड नहीं चलेगा.सभी के राशन कार्ड बना दिये गए हैं और 80 प्रतिशत से अधिक डिजीटल राशन कार्डों का बंटवारा भी हो चुका है.एक बड़े अभियान के बाद डिजीटल राशन कार्ड बनाने का काम संपन्न हुआ है. इसके साथ ही सभी जाली राशन कार्ड भी रद्द कर दिये गए हैं.इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी के राशन कार्ड में कोइ गड़बड़ी है और उसमें किसी प्रकार के परिवर्तन अथवा सुधार की आवश्यकता है तो राशन डिलरों से संपर्क किया जा सकता है. आवेदन करने के 15 दिनों के अंदर राशन कार्ड में सुधार कर दिया जायेगा.