सिलीगुड़ी: अलीपुरद्वार जिले के डुवार्स तथा चाय बागान इलाकों में इस बार विधानसभा चुनाव में तृणमूल के टिकट पर कइ आदिवासी उम्मीदवारों की जीत हुयी है. आदिवासियों को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सम्मानित करने का निर्णय आदिवासी विकास परिषद ने लिया है. मुख्यमंत्री को अगस्त में डुवार्स […]
सिलीगुड़ी: अलीपुरद्वार जिले के डुवार्स तथा चाय बागान इलाकों में इस बार विधानसभा चुनाव में तृणमूल के टिकट पर कइ आदिवासी उम्मीदवारों की जीत हुयी है. आदिवासियों को विकास के पथ पर अग्रसर करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सम्मानित करने का निर्णय आदिवासी विकास परिषद ने लिया है.
मुख्यमंत्री को अगस्त में डुवार्स के बानरहाट में सम्मानित किया जायेगा.इसके साथ ही डुवार्स-तराइ ट्राइबल अपलिपमेंट टास्कफोर्स को धन आवंटित करने तथा उत्तरकन्या में कार्यालय आवंटित करने की भी मांग की गयी है.यह जानकारी आदिवासी विकास परिषद के राज्य अध्यक्ष बिरसा तिरकी ने दी है.राज्य में जब ममता बनर्जी पहली बार मुख्यमंत्री बनी थी तब आदिवासियों ने मुख्यमंत्री को अपनी जाति के सर्वोच्च सम्मान सिंगी दाइ से सम्मानित किया था.पिछले पांच वर्षों में ममता बनर्जी ने आदिवासियों के लिए अलग से मंत्रालय की स्थापना की है.
इस बार आदिवासी विकास मंत्री जेम्स कुजुर हैं.वाम मोरचा के शासनकाल में इस मंत्रालय को खत्म कर दिया गया था.इसके स्थान पर पिछड़ा वर्ग विकास मंत्रालय का गठन किया गया था. ममता बनर्जी ने इस मंत्रालय को तो बनाये ही रखा,साथ ही आदिवासी विकास और कल्याण मंत्रालय का अलग से गठन कर दिया.इसके अलावा इस मंत्रालय के अधिन आदिवासियों के लिए एक टास्कफोर्स का भी गठन हुआ है,जिसके अध्यक्ष बिरसा तिरकी ही हैं. इस टास्कफोर्स को राज्य सरकार की ओर से पांच करोड़ रूपये आवंटित किया गया.श्री तिरकी ने बताया कि इस पैसे से चाय बागानों के श्रमिकों के बच्चों के लिए स्कूल बनाया जायेगा.
इसके अलावा आदिवासियों के बस्ती की सड़कें बनायी जायेगी और पेयजल की व्यवस्था की जायेगी.श्री तिरकी ने आगे कहा कि ममता बनर्जी एकबार फिर राज्य की मुख्यमंत्री बनी हैं.उम्मीद है कि तराइ-डुवार्स के आदिवासी इलाकों में विकास का काम काफी अधिक होगा.उन्होंने कहा कि अभी मालबाजार में एक कार्यालय से टास्कफोर्स का काम चल रहा है,जिसमें परेशानी हो रही है. इसीलिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से उत्तरकन्या में टास्क फोर्स के लिए कार्यालय की मांग की गयी है.मंगलवार को उन्होंने इस मांग को लेकर उत्तरकन्या के सचिव से मुलाकात भी की.
24 को आयेंगी मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 24 जून को अलीपुरद्वार के दौरे पर आ रही हैं. वह दो दिनों तक यहां रूकेंगी. इसी दौरान बिरसा तिरकी उनसे मिलेंगे और सम्मान कार्यक्रम को लेकर उनसे चरचा की जायेगी.