मालदा. मालदा मेडिकल कॉलेज के कुछ जूनियर डॉक्टर कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं. ये लोग सोशल मीडिया पर पत्रकारों को खुली धमकी दे रहे हैं. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर इस तरह के हमले और उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर गंदी भाषा के इस्तेमाल को लेकर जूनियर डॉक्टरों की चहुंओर निंदा हो रही है. […]
मालदा. मालदा मेडिकल कॉलेज के कुछ जूनियर डॉक्टर कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं. ये लोग सोशल मीडिया पर पत्रकारों को खुली धमकी दे रहे हैं. लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर इस तरह के हमले और उसके खिलाफ सोशल मीडिया पर गंदी भाषा के इस्तेमाल को लेकर जूनियर डॉक्टरों की चहुंओर निंदा हो रही है.
आरोप है कि पुलिस और प्रशासन सबकुछ जानने के बावजूद मूकदर्शक बने हुए हैं. मालदा प्रेस संगठन ने मीडिया पर हमले की घटना की शिकायत पुलिस और प्रशासन के पास दर्ज करायी थी, लेकिन कोई कार्रवाई होती नहीं दिख रही है. और तो और, पत्रकारों की पिटाई के बाद अब सोशल मीडिया पर भी उनके खिलाफ गाली-गलौज किया जा रहा है. जिला प्रेस संगठन का आरोप है कि पुलिस और प्रशासन की ओर से जुनियर डॉक्टरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इसकी वजह से जिले के विभिन्न पत्रकार आतंकित हैं. पत्रकारों पर हमले की घटना के बाद दोषियों की गिरफ्तारी के लिए मालदा प्रेस संगठन ने पुलिस को और प्रशासन को 72 घंटे का समय दिया था. अगर तय समय में आरोपियों के खिलाफ कोई कानूनी कदम नहीं उठाया जाता है, तो जिला प्रेस संगठन के लोग सोमवार से नये सिरे से प्रतिवाद और आंदोलन के रास्ते पर उतरेंगे.
सोशल मीडिया पर एक जूनियर डॉक्टर ने पत्रकारों को गाली-गलौज और धमकी देते हुए लिखा है, ‘मालदा में भी बर्दमान मेडिकल कॉलेज जैसा हाल कर दिया जायेगा. अगर मेडिकल कॉलेज में दोबारा संवाददाताओं को देखा गया, तो उन्हें छोड़ा नहीं जायेगा.’ इस पूरी घटना को लेकर मालदा प्रेस संगठन के सदस्यों अभिजीत चौधरी, रणजीत दास, सौम्य दे सरकार ने कहा कि इस तरह की घटना का हम तीखा विरोध करते हैं. हम इस बात से बहुत हताश हैं कि आखिर पुलिस और प्रशासन कोई कदम क्यों नहीं उठा रहा. खुलेआम जिस तरह संवाददाताओं के ऊपर हमला किया गया, उससे हमलोग आतंकित हैं.
हम चाहते हैं कि पुलिस प्रशासन इस मामले में उपयुक्त कदम उठाये. नहीं तो हमारे सामने विरोध के रास्ते पर उतरने के अलावा और कोई उपाय नहीं रह जायेगा.
इधर, जिला पुलिस अधीक्षक सैयद बकार रजा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में संवाददाताओं पर हमले की घटना को लेकर इंगलिश बाजार थाना की पुलिस जांच शुरू कर चुकी है. उस दिन हुए बवाल में जिन लोगों ने हिस्सा लिया, उन्हें चिह्नित करने का प्रयास चल रहा है.