सिलीगुड़ी: छठ व्रत कठिन और जल्दी मनवांछित फल देने वाला माना जाता है. यही कारण है कि महानंदा घाट पर प्रतिवर्ष भक्तों का मेला लगता है. रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते है.
लगता ही नहीं कि यह वहीं मलिन व दूषित महनंदा है. शनिवार का छठव्रतियों ने सुबह छह बजकर 16 मिनट पर उदयीमान सूर्य को अघ्र्य दिया. आंचल फैलाकर उनसे पूरा करने के विनती की. 36 घंटों से निराहार रहने वाली इन व्रतियों की आस्था देखने लायक थी.
सुबह कनकने पानी में घंटों खड़े रहकर पूरे परिवार के सुख, समृद्धि के लिए विनती करती रही. छठ पूजा का मनभावन नजारा संतोषी नगर घाट, गुरूंगनर, लाल मोहन मोलिक निरंजन घाट पर देखने को मिला. मंत्री गौतम देव ने लाल मोहन मौलिक निरंजन घाट सहित विभिन्न घाटों के सेवा शिविर का उदघाटन किया. गुरूंगनगर में ढोलकपुर की भीम, चुटकी और कालिया की छठपूजा देखने के लिए लोग आ रहे थे.
कई छठपूजा कमेटियों जबरन चंदा वसूलने का आरोप लगाया गया है. श्रद्धालुओं ने बताया कि बिना हमें अतिरिक्त सेवा दिये हजारों रूपये चंदा उठा रहें. जबकि घाट में अपने मेहनत से बना रहे है. लाइक का प्रबंध नगर निगम करती है. मेयर गंगोत्री दत्ता ने कहा कि मुङो लिखित सूचना नहीं मिली है. इस घटना के खिलाफ कार्रवायी की जायेगी.