पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार रात को नंदलाल के 12 व 17 वर्षीय दो चचेरी बहन एक कमरे मंे सो रही थी. पास में ही नंदलाल व उसका परिवार रहता था. वारदात की रात को नाबालिगा के माता-पिता घर में नहीं थे. वे पास के गांव में कीर्तन सुनने गये थे. दोनों नाबालिगाओं के घर में अकेली रहने की खबर पाकर परशुराम उनलोगों के घर गया और 17 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. पास में सो रही पीडि़ता की बहन ने दीदी पर शारीरिक अत्याचार देख कर चिल्लाना शुरू कर दिया. दोनों बहनों की पुकार सुन कर पास के घर से नंदलाल वहां पहुंचा. स्थिति अनिंयतित्र देख परशुराम वहां से भाग गया. नंदलाल परशुराम का पीछा करने लगा. अंधेरे का फायदा उठाते हुए परशुराम किसी झाड़ी में छीप गया और मौका मिलते ही नंदलाल पर हमला कर दिया. हमले में नंदलाल का सिर फट गया और उसके छाती पर चोट पहुंची. ग्रामीणों ने उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भरती कराया. ग्रामीणों का कहना है कि परशुराम उर्फ मुन्ना के खिलाफ पहले से ही विभिन्न असामाजिक कामकाज, दुष्कर्म का आरोप है. पुलिस के पास उसके खिलाफ कई शिकायत दर्ज हो चुकी है, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया. गांव के लोग परशुराम के साथ बातचीत नहीं करते हैं.
कल की घटना के बाद उत्तेजित गांववालों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की है. पुलिस अधीक्षक प्रसून बनर्जी ने बताया कि इतनी रात को परशुराम नाबालिग लड़की के घर मंे कैसे घुसा, घर का दरवाजा कैसे खुला व लड़की के साथ पहले से उसकी जान-पहचान थी या नहीं, इसकी जांच हबिबपुर थाने की पुलिस कर रही है.