तृणमूल छात्र परिषद की ओर से फेसबुक के जरिये टिप्पणी की गयी है कि कॉलेज के इस आंदोलन में तृणमूल युवा कांग्रेस टांग लड़ा रहा है. छात्र संसद के आंदोलन में कॉलेज के छात्रों से ज्यादा बाहरी छात्रों द्वारा चिंगारी भड़कायी जा रही है. फेसबुक में तृणमूल छात्र परिषद के सदस्य कौशिक मजूमदार ने जलपाईगुड़ी के सांसद विजय चंद्र वर्मन को टैग करते हुए सवाल किया कि कॉलेज छात्र संसद के इस आंदोलन में संगठन के निर्देश का उल्लंघन कर तृणमूल के कई युवा नेताओं द्वारा मदद की जा रही है. इस कॉमेंट के साथ आंदोलनकारी छात्र संसद के छात्रों के साथ शामिल तृणमूल के एक युवा नेता की तसवीर भी फेसबुक में डाल दिया गया है.
इसके अलावा छात्र संसद की तरफ से आंदोलन करने के लिए उम्रसीमा को लेकर भी फेसबुक में विभिन्न छात्र नेताओं द्वारा सवाल उठाये गये हैं. टीएमसीपी के छात्र नेताओं का कहना है कि तृणमूल के युवा नेताओं में शर्म नाम की कोई चीज नहीं है. दूसरी ओर, जिला तृणमूल छात्र परिषद के अध्यक्ष अभिजीत सिन्हा ने बताया कि वे लोग कॉलेज में कोई आंदोलन नहीं कर रहे हैं.
कॉलेज में भरती प्रक्रिया चल रही है. कॉलेज में आंदोलन की जरूरत नहीं है. बाहरी लोगों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. जिला युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सैकत चटर्जी ने बताया कि वह अभी कोलकाता में हैं. उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि कॉलेज के आंदोलन में तृणमूल के युवा संगठन का नाम क्यों शामिल किया जा रहा है. कॉलेज के आंदोलन के साथ युवा संगठन का कोई संबंध नहीं है. दूसरी ओर, कॉलेज में भरती की मांग में कॉलेज के छात्र परिषद समर्थित छात्र संसद के महासचिव बिजु सुत्रधर समेत कुल 10 लोग कॉलेज में आमरण अनशन शुरू किये हैं.