आसपास का पूरा इलाका धुएं से भर गया. हावड़ा स्टेशन से फोरशोर रोड जाने वाली सड़क को बंद कर दिया गया. मौके पर स्थानीय पार्षद शैलेश राय, ट्रैफिक इंस्पेक्टर अशोक नाथ चट्टोपाध्याय पहुंचे. तकरीबन पांच घंटे के बाद आग पूरी तरह बुझाया गया. इस अग्निकांड में करोड़ों रुपये का सामान क्षति हुआ है.
अचानक धुआं निकलते देखा गया. कारखाने के अंदर 1300 लीटर बैचिंग तेल होने के कारण आग काफी जल्द भयावह रूप ले लिया. पहले तीन इंजन मौके पर पहुंची व काम शुरू किया लेकिन आग की लपटों को देख कर कुल 10 दमकल पहुंची. दमकल विभाग के तत्परता के चलते आग को जल्द गिरफ्त में कर लिया गया. स्थानीय लोग व श्रमिकों की मदद से कारखाने के अंदर रखे कई तेल के ड्रम को बाहर निकाला गया. जूट कारखाने में आग लगने से पास के एक अन्य एम्बोडरी कारखाने के श्रमिकों व मालिकों के बीच अफरा-तफरी मच गयी लेकिन दमकल विभाग के तत्परता के चलते इस कारखाना को बाल-बाल बच गया. वहीं दमकल विभाग के अधिकारी ने बताया कि आग लगने का कारण शॉट सर्किट हो सकता है लेकिन सटीक कारण अभी बता पाना जल्दबाजी होगा.
कारखाने में अग्निशमन की व्यवस्था थी कि नहीं, यह पूछे जाने पर बताया कि यह जांच का विषय है. विभाग की ओर जांच प्रक्रिया की जायेगी. इंस्पेक्टर अशोक नाथ चट्टोपाध्याय ने बताया कि स्टेशन से फोरशोर रोड जाने वाली सड़क को बंद किया गया था लेकिन जाम की स्थिति नहीं बनी. पार्षद शैलेश राय ने बताया कि आग शॉट सर्किट के कारण लगी है या इसके पीछे कोई साजिश है, यह जांच का विषय है. इस संबंध में अभी टिप्पणी करना गलत होगा. पुलिस व दमकल विभाग पूरे मामले की निश्चित रूप से जांच करेगी.