सिलीगुड़ी: बंगाल सरकार के फरमान के बाद से ही अंतरराज्यीय आलू व्यापारियों को हैरान-परेशान होना पड़ रहा है. बंगाल में आलू की कालाबाजारी पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार ने कुछ दिनों ही पहले बंगाल से दूसरे राज्यों में आलू बिक्री न किये जाने का फरमान जारी किया था. इसका खामियाजा असम, बिहार व अन्य राज्यों के आलू व्यापारियों को उठाना पड़ रहा है.
दो दिन पहले बिहार के पुर्णिया स्थित गुलाबबाग से असम के डिबरुगढ़, शिवसागर व गोलाघाट जा रही आलू लदे तीन ट्रकों को सिलीगुड़ी के नजदीक माटीगाड़ा थाना की पुलिस ने शनिवार की रात जब्त कर प्रधाननगर थाने के सुपुर्द कर दिया. सूचना पाकर उसी रात आलू कारोबारी सोहन लाल शर्मा एवं मुकेश जायसवाल गुलाबबाग से सिलीगुड़ी आ गये, लेकिन खबर लिखें जाने तक आलू लदे ट्रक नहीं छोड़ गये हैं.
इनका कहना है कि डीआइजी, एसपी, सिलीगुड़ी पुलिस आयुक्त से शिकायत कर चुके, साथ ही एंफॉर्समेंट ब्रांच (इबी), माटीगाड़ा थाना, प्रधाननगर थाना व अन्य संबंधित दफ्तरों के चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो गये हैं. आलू व ट्रक से जुड़े सभी कागजात सही हैं और सभी अधिकारियों को दिखाय भी गया है, इसके बावजूद ट्रक नहीं छोड़ा जा रहा. आखिर हम जाये तो कहां जायें. जितने देरी होगी आलू नष्ट होती जायेगी. इसका खामियाजा कौन भुगतेगा. आलू के 411 पैकेट प्रति ट्रक के हिसाब से कुल 1233 पैकेट आलू ट्रकों पर लदे हैं.