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बीएसएनएल ने 350 अस्थायी कर्मचारियों को किया निलंबित

बिना नोटिस जारी किये बीएसएनएल ने की कार्रवाई सात महीने से बकाया वेतन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कर्मियों पर गिरी गाज निलंबन के विरोध में अस्थायी कर्मियों ने दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी तक निकाली पदयात्रा सिलीगुड़ी :सात महीने के बकाये वेतन की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल बीएसएनएल कॉन्ट्रैक्चुअल वर्कर यूनियन के बैनर […]

बिना नोटिस जारी किये बीएसएनएल ने की कार्रवाई

सात महीने से बकाया वेतन की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे कर्मियों पर गिरी गाज
निलंबन के विरोध में अस्थायी कर्मियों ने दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी तक निकाली पदयात्रा
सिलीगुड़ी :सात महीने के बकाये वेतन की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल बीएसएनएल कॉन्ट्रैक्चुअल वर्कर यूनियन के बैनर तले आंदोलन कर रहे 350 अस्थाई कर्मियों को बीएसएनएल प्रबंधन ने बिना नोटिस जारी किये निलंबित कर दिया. बताया जा रहा है कि दो दिन पहले बीएसएनएल प्रबंधन ने उक्त नोटिस जारी किया. इसके विरोध में रविवार को अस्थायी कर्मियों ने दार्जिलिंग के बीएसएनएल एरिया ऑफिस से लेकर सिलीगुड़ी के एरिया ऑफिस तक पैदल मार्च किया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले को लेकर प्रबंधन आगामी 14 अगस्त को अस्थाई कर्मियों के साथ बैठक करेगी.
निरंतर घाटे में चलने के कारण बीएसएनएल प्रबंधन पिछले सात महीनों से अस्थायी कर्मियों को वेतन नहीं दे पा रहा है. बकाया वेतन की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल बीएसएनएल कॉन्ट्रैक्चुअल वर्कर यूनियन के बैनर तले अस्थायी कर्मी 29 जुलाई से आंदोलन कर रहे हैं. अस्थायी कर्मियों ने पहले धरना-प्रदर्शन कर आंदोलन की शुरुआत की.
इसके बावजूद मांग पूरी न होने पर अस्थायी कर्मी सिलीगुड़ी एरिया ऑफिस के सामने आमरण अनशन पर बैठ गये. इस दौरान कई कर्मियों की हालत खराब होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर भी बीएसएनएल प्रबंधन ने बकाये वेतन मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया. वहीं दो दिन पहले बिना नोटिस जारी किये 350 अस्थायी कर्मियों को हटा दिया गया.
जिसके बाद कर्मचारियों ने शनिवार से दार्जिलिंग से सिलीगुड़ी तक पैदल मार्च शुरू कर निलंबन पर विरोध जताया. राविवार शाम को अस्थायी कर्मचारी की पदयात्रा बीएसएनएल के सिलीगुड़ी एरिया ऑफिस के सामने आकर समाप्त हुई. संगठन के दार्जिलिंग जिला सचिव राजीव मंडल ने बताया कि 29 जुलाई से उन लोगों ने धरना प्रदर्शन शुरू किया था. जिस वजह से प्रबंधन ने बिना नोटिस जारी किये ही उनके 350 अस्थाई कर्मियों को काम से हटा दिया. उन्होंने कहा कि सात महीने का बकाया वेतन चुकाये बगैर बीएसएनएल ने ये फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वे चुप नहीं बैठेगे.
14 अगस्त को प्रबंधन ने बैठने करने का आश्वासन दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले से राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देव को भी अवगत कराया जायेगा. वहीं दूसरी ओर बिना नोटिस जारी किये अस्थायी कर्मियों को हटाने के सवाल पर बीएसएनएल उत्तर बंगाल व सिक्किम के जनरल मैनेजर अरुणमय डाकुआ से फोन पर बात करने की कोशिश की गयी, लेकिन उन्होंने इस संदर्भ में टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया.

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