सिलीगुड़ी : नगर निगम के 42 वार्ड अंतर्गत भूपेन्द्र नगर इलाके के बाढ़ पीड़ितों की समस्या को लेकर शुक्रवार को वार्ड तृणमूल कांग्रेस कमेटी की ओर से निगम में विरोधी दल के नेता रंजन सरकार ने मेयर को एक ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में 11 परिवारों को आर्थिक सहयोग देने के साथ पुनर्वास कराने की मांग की गयी. जिसके बाद मेयर ने पीड़ित परिवारों को 5 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की.
इस संबंध में रंजन सरकार ने कहा कि भूपेन्द्र नगर में 11 परिवार बेघर हो गये हैं. इसके अलावे 20 घर किसी भी वक्त महानंदा में समा सकता है. बालू का बोरा लगाकर नदी के कटाव को रोकने की मांग की गयी है. उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है. अचानक धूप निकलने से इलाके में विभिन्न संक्रामक रोग पनपने का खतरा है.
पर्यटन मंत्री गौतम देव ने भी प्रभावित इलाके का दौरा किया है. लेकिन अभी तक मेयर ने बाढ़ग्रस्त इलाके का निरीक्षण नहीं किया है. रंजन सरकार ने आरोप लगाया कि मेयर एसी कमरे में बैठकर केवल चीन जाने की योजना बना रहे हैं. नगर निगम के पास डिजास्टर मैनेजमेंट की व्यवस्था नहीं है. बारिश से पहले उन लोगों ने ऐसी समस्याओं की ओर नगर निगम का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया था.
दूसरी ओर मेयर अशोक भट्टाचार्य ने बताया कि भूपेन्द्र नगर इलाके में खुद वार्ड पार्षद दिलीप सिंह ने 11 परिवारों को आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मेयर फंड से पीड़ितों को 5 हजार की आर्थिक सहायता दी जायेगी. इसके अलावे वे खुद वहां एक अस्थायी राहत शिविर का निर्माण करायेंगे. मेयर ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश के चलते पूरे सिलीगुड़ी को 10-15 करोड़ का नुकसान हुआ है. कई सड़क क्षतिग्रस्त हो गये हैं.
एनबीडीडी को सड़कों की मरम्मत के लिए कई प्रस्ताव दिये गये हैं. जिसमें 31, 32 नंबर वार्ड के अशोक नगर तथा अन्य इलाकों में जल निकासी व्यवस्था तथा हाई ड्रेन निर्माण करवाने का सुझाव दिया गया है. मेयर ने इन सभी इलाकों में जलजमाव के लिए एशियन हाईवे अथॉरिटी को जिम्मेवार ठहराया है. मेयर का कहना है कि एसजेडीए उन्हें सूचना दिये बगैर ही तृणमूल पार्षदों के इलाके में 15 करोड़ रुपये का काम कर रही है. जिस वजह से नगर निगम को जगह-जगह परेशानी हो रही है.
ज्ञात हो कि 42 वार्ड अंतर्गत भूपेन्द्र नगर इलाके के 11 घर महानंदा नदी में बहने के बाद पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को विवश हैं. 42 नंबर वार्ड के सालुगाढ़ा, कमला नगर, विवेकानंद नगर, नेताजी नगर, सरोजनी पल्ली, प्रमोद नगर इलाके में भी लोग डर के साये में जिंदगी गुजार रहे हैं. इन सभी इलाकों में और 20 घर नदी में बहने के कगार पर है.