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हावड़ा : हार्ट ऑफ दी सिटी से मंगलाहाट का हटना तय
जगह की कमी सबसे बड़ी समस्या हावड़ा : मंगलाहाट को शहर के दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का फैसला बहुत पहले ही लिया गया था. मुख्यमंत्री के आदेश पर मंत्री फिरहाद हकीम हावड़ा नगर निगम पहुंचे थे, जहां मेयर डॉ रथीन चक्रवर्ती के साथ बैठक भी हुई थी. हाट को हटाने की सहमति लगभग बन […]
जगह की कमी सबसे बड़ी समस्या
हावड़ा : मंगलाहाट को शहर के दूसरे जगह पर शिफ्ट करने का फैसला बहुत पहले ही लिया गया था. मुख्यमंत्री के आदेश पर मंत्री फिरहाद हकीम हावड़ा नगर निगम पहुंचे थे, जहां मेयर डॉ रथीन चक्रवर्ती के साथ बैठक भी हुई थी.
हाट को हटाने की सहमति लगभग बन गयी थी लेकिन कुछ व्यवसायियों ने जाने से इंकार कर दिया, जिस कारण हाट को हटाने का काम अधर में लटक गया. प्रशासनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी खुद मंगलाहाट से होनेवाले ट्रैफिक जाम को लेकर नाराजगी व्यक्त कर चुकी है. उन्होंने बैठक में मेयर से इसके जल्द समाधान का आदेश दिया था, बावजूद इसके मंगलाहाट को यहां से हटा पाना संभव नहीं हो सका है. अगले कुछ ही महीनों में मेट्रो रेल, हावड़ा मैदान से शुरू होने जा रही है.
जाहिर सी बात है कि मेट्रो रेलवे के शुरू होने से यहां भीड़ बहुत बढ़ेगी. इसके अलावा हावड़ा मैदान के पास बने शैलेन मन्ना स्टेडियम में राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल मैच का आयोजन होगा. मैच देखने के लिए दर्शक पहुंचेंगे आैर भीड़ बढ़ेगी. ऐसे में मंगलाहाट को यहां से शिफ्ट करने के अलावा दूसरा कोई उपाय नहीं होगा. मंगलाहाट में खरीदारी की शुरुआत सोमवार से शुरू हो जाती है. उसी दिन से ट्रैफिक जाम शुरू हो जाती है.
मंगलवार को स्थिति आैर भयावह हो जाती है. वाहनों की लंबी कतारें लगती हैं. पूरा इलाका जाम हो जाता है. एशिया के सबसे बड़े मंगलाहाट में भी स्थिति पहले की ही तरह बनी हुई है. हाट में अग्निशमन की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है.
आग बुझाने के लिए सिलिंडर हैं, लेकिन उनकी मियाद खत्म हो चुकी है. मेट्रो रेलवे का काम हावड़ा मैदान में शुरू होने के कारण सड़कों की चाैड़ाई आैर अधिक कम हो गयी है. मंगलाहाट में अगर आग लगती है, तो दमकल का यहां पहुंचना बहुत आसान नहीं होगा. स्थिति बेहद भयावह होगी.
45 नंबर वार्ड में सरकारी जमीन देखी गयी है, लेकिन तय कुछ भी नहीं हुआ है. डोमजूर के निबरा आैर अंकुरहाटी में नये हाट बनाये गये हैं. मंगलाहाट के कई व्यवसायियों ने वहां दुकानें भी खरीदी हैं. इसमें कोई संशय नहीं है कि मंगलाहाट के दो दिन बंकिम सेतु के चारों तरफ दुकान लगानेवाले दुकानदारों को वहां से हटना ही होगा. मेट्रो रेलवे आैर स्टेडियम बनने के बाद ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रख पाना संभव नहीं हो सकेगा.
डॉ रथीन चक्रवर्ती, पूर्व मेयर
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