सिलीगुड़ी: दाजिर्लिंग जिला तृणमूल कांग्रेस के कोर कमिटी सदस्य अरविंद घोष उर्फ ओमू दा ने जिला नेतृत्व के विरूद्ध बागी तेवर अपनाते हुए पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर राजनीति के अपराधीकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 2011 में राज्य की जनता ने बड़ी उम्मीदों के साथ तृणमूल कांग्रेस में भरोसा कर उन्हें सत्ता की बागडोर सौंपी थी, लेकिन उसके बाद से लेकर अब तक तृणमूल कांग्रेस जनता की अपेक्षा एवं आकांक्षाओं पर खरी नहीं उतर पायी है. ओमू दा आज यहां सिलीगुड़ी जर्नलिस्ट कल्ब में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इन दिनों जिला तृणमूल कांग्रेस में अपराधियों का बोलबाला हो गया है. सभी लोग पैसा कमाने में लगे हुए हैं. पिछले कुछ वर्षो के दौरान विभिन्न दलों के अपराधिक तत्व तथा भू-माफिया तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गये हैं.
ओमू दा ने कहा कि वह पहले समाज सेवा के कार्यो से ही खुश थे. ममता बनर्जी के आदर्शो को देखते हुए वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे, लेकिन अब उन्हें इस बात का दुख हो रहा है. उन्होंने कहा कि राजनीति का मतलब जनता की सेवा और त्याग है. लेकिन आज के राजनेता इस बात को भूल गये हैं. उन्होंने कहा कि अब उन्हें राजनीति से नफरत हो गई है. उन्होंने अपने परिवार वालों को भी कह दिया है कि अगर किसी कारणवश उनकी मौत होती है, तो किसी भी राजनीतिक दल का कोई नेता या कार्यकर्ता उनके शव पर एक फूल तक अर्पित न कर सके. उन्होंने कहा कि उनकी अभी किसी अन्य पार्टी में जाने की कोई योजना नहीं है. उन्होंने इस मुद्दे को लेकर दाजिर्लिंग जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव को एक पत्र भी लिखा है. उन्होंने इसके साथ ही दीनबंधू मंच परिचालन कमिटी के सदस्य, आईसीडीएस टेंडर कमिटी के सदस्य तथा आईएनटीटीयूसी अनुमोदित सिलीगुड़ी नगर निगम श्रमिक कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है.