कोलकाता: कोलकाता नगर निगम का अंतरिम बजट पास हो गया. मंगलवार को मेयर शोभन चटर्जी ने तीन महीने के खर्च के लिए सदन में अंतरिम बजट पेश किया.
79.20 करोड़ रुपये के इस अंतरिम बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. मेयर द्वारा अंतरिम बजट पेश करने के दौरान ही इसका विरोध करते हुए कांग्रेस पार्षद सदन से उठ कर चले गये.
कांग्रेस पार्षद दल की नेता माला राय ने कहा कि यह अंतरिम बजट नहीं, बल्कि फरेब है. वर्ष 2013-14 के बजट द्वारा पारित फंड के खर्च पर मेयर ने जो 30 प्रतिशत की पाबंदी लगायी थी, उसमें से 15 प्रतिशत पाबंदी अब भी बरकरार है. इसके बावजूद उन्होंने अंतरिम बजट पेश किया. श्रीमती राय ने आरोप लगाया कि मेयर लगातार सदन में झूठ बोलते हैं, उन्होंने सदन को अपवित्र कर दिया है.
विपक्ष की नेता माला राय ने कहा कि यह मात्र तीन महीने के खर्च का हिसाब-किताब है. इसलिए इसमें कुछ भी नया नहीं है. हकीकत तो यह है कि प्रत्येक विभाग बड़े पैमाने पर खर्च कर रहा है, पर खर्च के अनुपात में लोगों को परिसेवा नहीं मिल रहा है. रोशनी, सफाई, जल आपूर्ति, स्वास्थ्य, निकासी आदि परिसेवा की स्थिति बेहद खराब है. केवल सौंदर्यीकरण पर खर्च किया जा रहा है. शहरवासी जानना चाहते हैं कि खर्च होने वाली राशि कहां जा रही है. पूर्ण बजट के दौरान मेयर को इसका जवाब देना पड़ेगा. वहीं मेयर शोभन चटर्जी ने दावा किया कि बजट के खर्च पर लगी 15 प्रतिशत की पाबंदी का अंतरिम बजट से कोई लेना-देना नहीं है. अप्रैल में उस 15 प्रतिशत पाबंदी को भी उठा लिया जायेगा.