कोलकाता: स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) द्वारा कलकत्ता हाइकोर्ट में दाखिल की गयी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मध्यमग्राम सामूहिक दुष्कर्म कांड की पीड़िता ने आत्महत्या ही की थी, लगाये गये आरोप के मुताबिक उसकी हत्या नहीं की गयी थी.
डीआइजी (सीआइडी) दमयंती सेन के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने बुधवार को हाइकोर्ट में फाइनल रिपोर्ट जमा दी. इसमें कहा गया है कि पीड़िता ने आत्महत्या की थी.
सरकार की ओर से अदालत में बताया गया कि मामले के दो आरोपियों के खिलाफ निचली अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिये गये हैं. उल्लेखनीय है कि मामले की सीबीआइ जांच की मांग करते हुए पीड़िता के पिता ने हाइकोर्ट में मामला दायर किया था. न्यायाधीश दीपंकर दत्त ने मामले की अगली सुनवाई आगामी बुधवार को निर्धारित की है.