सिलीगुड़ी. मोदी और दीदी के बीच सांठगांठ की राजनीति चल रही है. एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदुत्व के नाम पर पूरे देश में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं वहीं, बंगाल में तणमूल कांग्रेस सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘दीदी’ मोदी के इशारे पर ही अल्पसंख्यकों को उकसाने की दोहरी राजनीति कर रही है. […]
सिलीगुड़ी. मोदी और दीदी के बीच सांठगांठ की राजनीति चल रही है. एक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदुत्व के नाम पर पूरे देश में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं वहीं, बंगाल में तणमूल कांग्रेस सुप्रीमो सह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘दीदी’ मोदी के इशारे पर ही अल्पसंख्यकों को उकसाने की दोहरी राजनीति कर रही है. मोदी और दीदी पर यह तंज कसा है माकपा के केंद्रीय महासचिव सह राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी ने. वह इन दिनों उत्तर बंगाल के दौरे पर हैं.
इसके तहत शुक्रवार को वह सिलीगुड़ी के बाघाजतीन पार्क में पार्टी की एक जनसभा में शामिल हुए. सभा में भारी तादाद में मौजूद कॉमरेड समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा कि अब लोगों को सचेत होने की जरूरत है. श्री येचुरी ने अल्पसंख्यक समेत हर वर्ग के लोगों को राजनीति का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि केवल वोट बैंक के लिए किसी के बहकावे में न आये. केवल सांप्रदायिकता और उकसाने-बहकावे की राजनीति से देश या फिर राज्य का विकास कभी संभव नहीं है.
उन्होंने दावे के साथ कहा कि पूरे देश के राजनैतिक पार्टियों में मात्र माकपा ही ऐसी पार्टी है जिसका मूलमंत्र शांति, सुरक्षा और विकास है. यही वजह है कि माकपा की जमीनी राजनीति से भगवाधारी घबराते रहते हैं. केरल और त्रिपुरा में भगवाधारी आरएसएस, विहिप और भाजपा के कार्यकर्ता कॉमरेडों पर हमेशा जानलेवा आक्रमण करते रहते हैं. श्री येचुरी ने जनसभा को संबोधित करते हुए लोगों से कहा कि अगर शांति-सुरक्षा और विकास चाहते हैं तो एकमात्र माकपा के साथ चलें. आज जनसभा को माकपा के राज्य सचिव मंडली के सदस्य सह सिलीगुड़ी के विधायक अशोक भट्टाचार्य, माकपा के वरिष्ठ नेता जीवेश सरकार के अलावा अन्य कई वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया.
फिलहाल देश को महागंठबंधन नहीं, निष्पक्ष राष्ट्रपति की जरूरत : सिलीगुड़ी में माकपा की जनसभा खत्म होने के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए सीताराम येचुरी ने दावा करते हुए कहा कि फिलहाल देश की जो राजनैतिक परिस्थिति है उसके मद्देनजर महागंठबंधन की नहीं बल्कि एक ऐसे निष्पक्ष राष्ट्रपति के चयन की जरूरत है जो संविधान की गरिमा और मर्यादा को बरकरार रख सकें. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा पूरे देश की क्षेत्रीय पार्टियों को एक मंच पर लाने की जो मुहिम छेड़ी है इसके मद्देनजर ही श्री येचुरी ने उपरोक्त टिप्पणी की.उन्होंने कहा कि ममता जो कर रही हैं वह सही नहीं है. जबकि माकपा पूरे देश के सभी राजनैतिक पार्टियों को राष्ट्रपति चुनाव लिए एक करने की मुहिम चला रही है. इसके लिए तणमूल कांग्रेस के साथ भी संपर्क साधा जा रहा है.