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राज्य के 80 प्रतिशत ट्रक संचालक राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल

कोलकाता. राज्य में ट्रक संचालकों ने दावा किया है कि बीमा और यातायात निमयों के उल्लंघन करने पर जुर्माने में वृद्धि को लेकर उनके राष्ट्रीय निकाय की ओर से आहूत की गयी हडताल में राज्य के तकरीबन 80 प्रतिशत ट्रक चालक शामिल हो गये हैं. फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष […]

कोलकाता. राज्य में ट्रक संचालकों ने दावा किया है कि बीमा और यातायात निमयों के उल्लंघन करने पर जुर्माने में वृद्धि को लेकर उनके राष्ट्रीय निकाय की ओर से आहूत की गयी हडताल में राज्य के तकरीबन 80 प्रतिशत ट्रक चालक शामिल हो गये हैं. फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष बोस ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पंजीकृत 3.85 लाख मालवाहक वाहनों में से करीब तीन लाख सड़क से हट गये हैं और उनमें से अधिकांश बीमा प्रीमियम में इजाफे और यातायात नियमों के उल्लंघन पर भारी जुर्माना लगाने के विरोध में आहूत हड़ताल में शामिल हो गये हैं.
श्री बोस नेबताया कि इरडा ने थर्ड पार्टी बीमा के लिए बीमा प्रीमियम को 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जबकि मोटर वाहन नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने में 300 फीसदी से लेकर 500 फीसदी तक का इजाफा हो गया है.
उन्होंने कहा कि इन इजाफों से परिवहन कारोबार पर काफी असर पडेगा और हम इन्हें वापस लेने की मांग करते है. इस तरह का अंदेशा है कि एक अप्रैल से शुरू बेमियादी हड़ताल से सब्जियों, फलों, मछली और अंडों जैसे सामनों की कमी हो सकती है और इनके दामों में वृद्धि हो सकती है.
दूसरी ओर, ट्रक एसोसिएशन की आज बैठक हुई. इस बैठक में हड़ताल को जारी रखने का निर्णय किया गया. ट्रक एसोसिएशन के सदस्य आठ अप्रैल को केंद्रीय परिवहन मंत्री से मुलाकात करेंगे. दूसरी ओर, एटक के राज्य सचिव उज्जवल चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि केंद्र सरकार को अविलंब समस्या समाधान के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए तथा बातचीत के माध्यम से समस्या का समाधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह हड़ताली जारी रही, तो आम लोगों को काफी असुविधा होगी.

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