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रिसड़ा सेवा सदन में हड़ताल

हुगली. रिसड़ा सेवा सदन में कर्मचारियों ने बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल का एलान किया. कर्मचारियों का पांच महीने से वेतन नहीं मिलना हड़ताल का कारण बना है. इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि उसने कर्मचारियों का इएसआइ और पीएफ तक जमा नहीं किया. कई बार शिकायत करने पर जब कोई […]

हुगली. रिसड़ा सेवा सदन में कर्मचारियों ने बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल का एलान किया. कर्मचारियों का पांच महीने से वेतन नहीं मिलना हड़ताल का कारण बना है. इतना ही नहीं अस्पताल प्रबंधन पर आरोप है कि उसने कर्मचारियों का इएसआइ और पीएफ तक जमा नहीं किया.

कई बार शिकायत करने पर जब कोई सुनवाई नहीं हुई, तो बुधवार को अपनी मांगों को लेकर अस्पताल के कर्मचारियों ने अधीक्षक मनीष कुमार गुप्ता का घेराव किया. घेराव के दौरान जब कर्मचारियों को कोई जवाब नहीं मिला, तो अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल का एलान कर दिया.

कई विभाग पहले ही हो चुके हैं बंद
आरोप है कि यह अस्पताल इन दिनों राम भरोसे चल रहा है. डॉक्टरों की कमी और मनमानी के चलते 150 बेडवाले इस अस्पताल की अवस्था दिनोंदिन खराब होती जा रही है. वर्तमान समय में ऐसे हालात पैदा हो रहे हैं कि किसी भी समय अस्पताल बंद हो सकता है. किसी समय इस अस्पताल पर सिंगूर, सेवड़ाफुली, दियारा, डानकुनी, हिंदमोटर, कोन्नगर और रिसड़ा जैसे विस्तृत इलाके से लाखों लोग भरोसा करते थे. सुलभ चिकित्सा के लिए भीड़ उमडती थी. रिसड़ा नगरपालिका द्वारा संचालित यह अस्पताल बढ़िया चिकित्सा के लिए एक परिचित नाम बन गया था, लेकिन अब हालात बिगड़ते जा रहे हैं. शिशु, प्रसूति विभाग, शल्य व नेत्र विभाग पहले ही बंद हो चुके हैं. वेतन नहीं मिलने से 72 कर्मचारी परेशान हैं. कर्मचारियों ने बताया कि लगभग डेढ़ साल से अस्पताल का बुरा हाल है.
60 साल पुराना है अस्पताल
60 साल पहले स्वतंत्रता सेनानी दिनेश चंद्र घटक ने इस अस्पताल की स्थापना की थी. बाद में इस अस्पताल को राज्य सरकार को सौंप दिया था. राज्य सरकार से रिसड़ा नगरपालिका को दायित्व दिया गया. डीएम, एसडीओ, विधायक और पालिका के प्रतिनिधियों को लेकर अस्पताल संचालन कमेटी है. इस बाबत पालिका के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा ने बताया कि हाल ही में सितंबर का बकाया वेतन का भुगतान किया गया है. श्रीरामपुर के विधायक डॉ सुदीप्त राय बीमार हैं. उनके स्वस्थ होने पर इस अस्पताल के बारे में उनसे बात की जायेगी.

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